मणिपुर में रॉकेट से हमला, हिंसा में 5 की मौत, आतंकियों के 3 बंकर ध्वस्त
मणिपुर के जिरीबाम जिले में जारी हिंसा में शनिवार को कुल 5 लोगों की मौत हो गई. जिरीबाम जिले में कुकी और मैतई समुदायों के बीच हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति को सोते समय गोली मार दी गई, जबकि अन्य घटनाओं में चार की मौत हो गई है. ये मौतें शुक्रवार को विद्रोहियों के बिष्णुपुर में रॉकेट हमले के एक दिन बाद हुई है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और छह अन्य घायल हो गए थे. इस बीच सुरक्षा बलों ने चुराचांदपुर जिले में सर्च अभियान चलाया और आतंकियों के तीन बंकर नष्ट कर दिये.
बता दें कि मणिपुर में कुकी और मैतई जातीय समुदायों के बीच पिछले साल मई से शुरू हुई हिंसा में 200 से अधिक लोगों की जान गई है और हजारों लोग बेघर हो गये हैं.
पीटीआई ने पुलिस सूत्रों के हवाले बताया है कि जिराबाम जिले में आतंकवादियों ने एक सुनसान स्थान पर अकेले रह रहे एक व्यक्ति के घर में घुस गये और सोते समय गोली मार कर आतंकियों ने उसकी हत्या कर दी.
पुलिस के सूत्रों का कहना है कि व्यक्ति की हत्या के बाद, जिराबाम जिले से करीब 7 किमी दूर पहाड़ियों में दो समुदायों के लोगों के बीच मुठभेड़ हो गई है. इस मुठभेड़ के दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर गोलीबारी हुई. जिसमेंचार सशस्त्र व्यक्तियों की मौत हो गई. इनमें तीन पहाड़ी आतंकवादी थे.
1 अगस्त को जातीय समुदायों के बीच हुई थी शांति बैठक
मणिपुर में इस सप्ताह की शुरुआत में जिरीबाम जिले में आगजनी की घटना घटी थी. जिसमेंबोरोबेकरा पुलिस स्टेशन क्षेत्र के जकुराधोर में एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के घर को जला दिया गया था. हालांकि जनजातीय निकाय इंडिजिनस ट्राइब्स एडवोकेसी कमेटी (फेरजॉल और जिरीबाम) ने हिंसा में शामिल होने से इनकार कर दिया है.
इससे पहले 1 अगस्त को असम के कछार से सटे सीआरपीएफ सुविधा केंद्र में मैतेई और हमार समुदाय के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई. इस बैठक में दोनों समुदाय के बीच गोलीबारी और आगजनी की घटना को रोकने के शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे. मणिपुर में ताजी हिंसा दोनों समुदायों के बीच शांति समझौते के बावजूद हुई है.
जिरीबाम जिला प्रशासन की ओर से आयोजित बैठक में सीआरपीएफ के जवान, असम राइफल्स के साथ-साथ जिरीबाम जिले के थाडौ, पैइट, हमार, मैते, और मिज़ो समुदायों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे.
रॉकेट से हमला, पुलिस से आतंकियों की हुई मुठभेड़
जिरीबाम जिले के बाहर स्थित कई हमार आदिवासी समुदाय ने इस समझौते में शामिल होने से इनकार कर दिया था. उनका कहना था कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. इस बीच, सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को चुराचांदपुर जिले के लाइका मुआलसाउ और मुआलसांग गांवों में अभियान चलाकर आतंकवादियों के तीन बंकरों को नष्ट कर दिया है.
पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आतंकवादियों ने बिष्णुपुर जिले के दो स्थानों पर रॉकेट तैनात किए, इसमें एक वरिष्ठ नागरिक की जान चली गई, छह अन्य नागरिक घायल हो गए थे. इसके बाद पुलिस टीमों और अतिरिक्त सुरक्षा बलों ने आसपास की पहाड़ी श्रृंखलाओं में सर्च अभियान चलाया है.
सुरक्षा बलों ने चुराचांदपुर के लाइका मुआलसौ गांव में एक बंकर और मुआलसांग गांव में दो बंकर नष्ट कर दिये. इस बीच, विष्णुपुर के पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस दल पर आतंकियों ने गोलीबारी की. पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई की गयी. उसके बाद इलाके में हवाई गश्त के लिए सैन्य हेलीकॉप्टर की तैनाती की गई है. इस बीच ताजा हिंसा के मद्देनजर पुलिस अधिकारियों ने उच्च स्तरीय बैठकें की हैं और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखी जा रही है.