तेलंगाना में हुई भारी बारिश और बाढ़ से 29 लोगों की मौत, 5,438 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान
Telangana Floods: तेलंगाना में हाल में हुई भारी बारिश और बाढ़ की घटनाओं में अब तक 29 लोगों की मौत हो गई है. राज्य के मीनावलु, पेड्डागोपावरम, मन्नूर और कट्टेलरु जिला 31 अगस्त की बाढ़ के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. राज्य की एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी है.
तेलंगाना सरकार की मुख्य सचिव शांति कुमारी ने बताया कि 31 अगस्त से तीन सितंबर के बीच दर्ज की गई वर्षा के आधार पर राज्य के 33 में से 29 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित जिलों को राहत कार्य के लिए तीन-तीन करोड़ रुपये जारी किए जा रहे हैं.
बारिश और बाढ़ से 5,438 करोड़ रुपये का नुकसान
जिलाधिकारियों के साथ टेलीकांफ्रेंस में शांति कुमारी ने उन्हें भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट की मांग की है. उन्होंने सोमवार दोपहर से पहले विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है. मुख्य सचिव ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के परिजनों को अनुग्रह राशि दी जाएगी. जिलाधिकारियों से उन 29 लोगों का ब्यौरा भेजने को कहा गया है, जिनकी जान चली गई.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी सोमवार को राहत और पुनर्वास उपायों पर विचार-विमर्श के लिए एक बैठक करेंगे. राज्य सरकार ने प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, बारिश और बाढ़ से 5,438 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान जताया है. वहीं, इससे एक दिन पहले गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया कि अंतर-मंत्रालयी टीम मौके पर जाकर नुकसान का आकलन करेगी.
शिवराज सिंह चौहान ने किया तेलंगाना का दौरा
बीते दिन केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी तेलंगाना में जाकर बाढ़ की स्थिति की समीक्षा किया. शुक्रवार को उन्होंने बाढ़ प्रभावित आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को 3,448 करोड़ रुपये की तत्काल सहायता देने की घोषणा की. केंद्रीय मंत्री ने कृषि समुदाय को यह भरोसा भी दिलाया कि केंद्र फसल नुकसान के आकलन के बाद उपयुक्त मुआवजा मुहैया करेगा.
ये भी पढ़ें- राजस्थान में मानसून ने बदली करवट, आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का अनुमान, IMD ने जारी किया अलर्ट
इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को तेलंगाना में लागू नहीं किया गया. इसके लागू होने से उन किसानों को मदद मिलती जो फसल को हुए भारी नुकसान के कारण प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य को केंद्रीय योजना से कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है और इसका समाधान निकाला जाएगा.