लगातार 5 छक्के खाए, अब टीम इंडिया ने यश दयाल को क्यों चुना? ऐसे बदली तेज गेंदबाज की किस्मत
क्रिकेट में एक गेंद, एक ओवर या एक पूरा मैच किसी भी खिलाड़ी का करियर बदल सकता है. कभी-कभी मैच के दौरान किसी खास घटना से सिर्फ एक ही नहीं बल्कि कई खिलाड़ियों के करियर में नाटकीय बदलाव दिख जाते हैं. आईपीएल 2023 में कुछ ऐसा ही हुआ था जब कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज रिंकू सिंह ने आखिरी ओवर में लगातार 5 छक्के जड़कर क्रिकेट जगत को हिला दिया था. उन्होंने अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई और हर किसी का ध्यान खींच लिया. इस घटनाक्रम के दूसरे छोर पर बाएं हाथ के तेज गेंदबाज यश दयाल थे, जिनकी 5 गेंदों पर ये छक्के पड़े थे. उस एक ओवर के बाद ट्रोलिंग का शिकार हुए और टीम से बाहर हुए यश दयाल ने जैसी वापसी की, वो अपने आप में बेहद खास है. आईपीएल के उस ‘हादसे’ के करीब डेढ़ साल बाद यश दयाल अब पहली बार टीम इंडिया में भी जगह बना ली है.
रविवार 8 सितंबर को बीसीसीआई की सीनियर सेलेक्शन कमेटी ने बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट मैच के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया. इस स्क्वॉड में 16 खिलाड़ियों को जगह मिली है, जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा ऋषभ पंत, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह ने बटोरी है. पंत पूरे 21 महीने बाद टेस्ट क्रिकेट में लौटे हैं, जबकि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर रहने के बाद कोहली भी लौटे हैं. वहीं टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की जीत के ढाई महीने बाद जसप्रीत बुमराह भी पहली बार एक्शन में दिखेंगे. इनके अलावा केएल राहुल को भी चुना गया है, जबकि सरफराज खान, ध्रुव जुरेल और आकाश दीप अपनी जगह बनाए रखने में सफल रहे.
करियर पर उठने लगे थे सवाल
इस पूरे स्क्वाड में वैसे तो सरफराज, आकाश और ध्रुव जैसे नए खिलाड़ी भी हैं लेकिन ये तीनों ही टेस्ट क्रिकेट का स्वाद चख चुके हैं. सबसे नये चेहरे के रूप में यश दयाल को एंट्री मिली है. बाएं हाथ के इस पेसर को पहली बार किसी भी फॉर्मेट के लिए टीम इंडिया की ओर से बुलावा आया है, जो इस गेंदबाज के लिए बेहद खास है. उत्तर प्रदेश के लिए खेलने वाले यश दयाल के लिए 9 अप्रैल 2023 का दिन किसी बुरे सपने से कम नहीं था. ये वही दिन था जब अहमदाबाद में रिंकू ने वो 5 छक्के लगाए थे. उस मैच के बाद यश दयाल पूरे सीजन में कोई भी मैच नहीं खेल सके थे. फिर सीजन के बाद गुजरात टाइटंस ने उन्हें रिलीज भी कर दिया था. इसके बाद ऑक्शन में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 5 करोड़ की मोटी बोली लगाकर खरीदा था और हर कोई फ्रेंचाइजी के साथ ही यश दयाल को भी ट्रोल करने लगा था. इसके बाद पूरे सीजन में जो हुआ, वो किसी टर्निंग पॉइंट से कम नहीं था.
फिर कैसे बदली यश दयाल की तकदीर?
यश दयाल ने पूरे सीजन में दमदार प्रदर्शन किया और बेंगलुरू के सबसे सफल और असरदार गेंदबाज साबित हुए. एक वक्त पर लगातार 6 मैच हारकर सबसे नीचे बैठी आरसीबी ने इसके बाद लगातार 6 मैच जीतकर प्लेऑफ में जगह बनाई थी और इसमें यश का खास योगदान था. खास तौर पर चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक तरह के नॉक आउट मैच में यश दयाल को ही आखिरी ओवर कराने की जिम्मेदारी मिली. उनके सामने एमएस धोनी थे, जो घातक बल्लेबाजी कर रहे थे और बचाने थे सिर्फ 16 रन. धोनी ने ओवर की पहली बॉल पर ही 110 मीटर लंबा छक्का जड़कर दहला दिया था लेकिन इसके बाद भी यश दयाल घबराए नहीं और अगली गेंद पर धोनी का विकेट लेकर टीम की वापसी कराते हुए मैच जिता दिया.
इसलिए हुआ यश दयाल का सेलेक्शन
यश दयाल ने उस पूरे सीजन में RCB के लिए सबसे ज्यादा 15 विकेट हासिल किए थे. यश के इस प्रदर्शन ने सबका ध्यान खींचा था. फिर हाल ही में दलीप ट्रॉफी में इंडिया-बी की ओर से उन्होंने इंडिया-ए के खिलाफ दूसरी पारी में बेहतरीन गेंदबाजी की और टीम को जीत दिलाई. यश ने टॉप ऑर्डर में मयंक अग्रवाल, रियान पराग और ध्रुव जुरेल के विकेट चटकाए थे. यश दयाल को चुने जाने की बड़ी वजह उनका बाएं हाथ से गेंदबाजी करना है और उसमें भी वो गेंद को दोनों तरफ मूव कराने में सफल होते हैं. साथ ही वो किफायती गेंदबाजी भी करते हैं.
टीम इंडिया को पिछले काफी वक्त से बाएं हाथ के एक अच्छे तेज गेंदबाज की तलाश रही है, जिसके पास लंबे फॉर्मेट में डॉमेस्टिक क्रिकेट का अनुभव हो और टेस्ट क्रिकेट की चुनौतियों से निपटने की काबिलियत रखता हो. यश का रिकॉर्ड इसका गवाह है. 26 साल के इस गेंदबाज ने 24 फर्स्ट क्लास मैच में 29 की औसत से 76 विकेट हासिल किए हैं.