Suzlon Share: इस एनर्जी कंपनी को मिला बड़ा ऑर्डर, 6 महीने में निवेशकों को कर चुका है मालामाल

Suzlon share: अगर आप भी शेयर बाजार से कमाई करते हैं तो ये खबर आपके लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है. दरअसल, एनर्जी सेक्टर में लोगों को लगातार मालामाल बना रही सुजलॉन एनर्जी को हाल ही में भारत का अब तक का सबसे बड़ा एनर्जी से जुड़ा एक ऑर्डर मिला है. इससे लगातार पंख लगाकर उड़ रहे सुजलॉन के शेयर रॉकेट बन सकते हैं. पिछले 6 महीने कि बात करें तो कंपनी ने निवेशकों को दोगुना मुनाफा दिया है. यह ऑर्डर न सिर्फ कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, इससे न सिर्फ कंपनी को बल्कि निवेशकों को मोटा मुनाफा होने की उम्मीद है. ये ऑर्डर देश के एनर्जी सेक्टर में भी एक मील का पत्थर साबित हो सकता है.
सुजलॉन एनर्जी ने NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड से 1,166 मेगावॉट का ऑर्डर हासिल किया है, जो कि अब तक का सबसे बड़ा विंड एनर्जी ऑर्डर है. सुजलॉन एनर्जी कुल 370 विंड टर्बाइन जेनरेटर स्थापित करेगी, जिसमें हाइब्रिड लैटिस ट्यूबलर (HLT) टावर और 3.15 मेगावॉट की क्षमता वाले टर्बाइन शामिल होंगे. रेनॉम एनर्जी में सुजलॉन ने 51% हिस्सेदारी खरीदी है, जिससे यह कंपनी की सहायक कंपनी बन गई है. यह सौदा कंपनी की डेवलपमेंट से जुड़ी रणनीति के तहत किया गया है.
ब्रोकरेज ने बढ़ाया टारगेट
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने हाल ही में सुजलॉन एनर्जी का टारगेट प्राइस 80 रुपये तक बढ़ा दिया है, जबकि पहले यह 70 रुपये था. इसके साथ ही, कंपनी की एड रेटिंग को भी बनाए रखा है. इसका कारण है कि सुजलॉन अपनी नॉन-कोर संपत्तियों को बेचकर अपनी पूंजी की जरूरतों को पूरा कर रहा है, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हो रही है.
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों ने इस वर्ष अब तक 95% की वृद्धि दर्ज की है, जो निफ्टी के 16% रिटर्न्स से काफी आगे है. पिछले 12 महीनों में, सुजलॉन के शेयरों में 213% की भारी बढ़ोतरी हुई है, जो निवेशकों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. वहीं, 6 महीने की बात करें तो कंपनी ने निवेशकों को दोगुना रिटर्न दिया है. 6 महीने में सुजलॉन एनर्जी ने निवेशकों को करीब 90 फीसदी का रिटर्न दिया है.

क्या करती है कंपनी
सुजलॉन भारत में पवन ऊर्जा टर्बाइन का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरर है और देश में स्थापित कुल पवन ऊर्जा क्षमता का एक बड़ा हिस्सा इसी कंपनी द्वारा स्थापित किया गया है. सुजलॉन विभिन्न क्षमताओं वाली पवन टर्बाइन का निर्माण करती है, जो विभिन्न प्रकार की हवा की स्थितियों में काम करने में सक्षम होती हैं. इसके अलावा सुजलॉन विंड पार्क की स्थापना और संचालन भी करती है. सुजलॉन की मौजूदगी केवल भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह कई अन्य देशों जैसे कि अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में भी सक्रिय है.

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