IC-814 द कंधार हाईजैक के मेकर्स और नेटफ्लिक्स की मुश्किलें बढ़ीं, कोर्ट में लगाई गई याचिका, 4 एपिसोड हटाने की मांग
अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी वेब सीरीज़ IC-814 द कंधार हाईजैक और इसके ओटीटी प्लैटफॉर्म नेटफ्लिक्स की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले हिंदु भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में बवाल मचा. अब न्यूज एजेंसी एएनआई नेटफ्लिक्स और सीरीज़ के मेकर्स के खिलाफ कॉपीराइट और ट्रेडमार्क के उल्लंघन के मामले दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गई है. एजेंसी ने सीरीज़ में अपने फुटेज का बिना लाइसेंस इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. एएनआई का याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने नेटफ्लिक्स और शो के प्रोड्यूसर्स को नोटिस जारी किया है.
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक न्यूज एजेंसी ने याचिका में आरोप लगाया है कि नेटफ्लिक्स और शो के निर्माताओं ने कॉपीराइट और ट्रेडमार्क का उल्लंघन किया है. कहा गया है कि शो में उस वक्त के प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी, जनरल परवेज़ मुशर्रफ और आतंकी मसूद अज़हर के फुटे का बिना लाइसेंस इस्तेमाल किया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि न्यूज एजेंसी ने मेकर्स से सीरीज़ के चार एपिसोड हटाने को कहा है, क्योंकि उसमें एएनआई के कंटेंट का बिना लाइसेंस के इस्तेमाल किया गया है.
दो दिनों में देना होगा जवाब
सोमवार को इस मामले को जस्टिस मिनी पुष्करणा ने सुना. कोर्ट ने शो के प्रोडक्शन हाउस मैचबॉक्स शॉट्स, बनारस मीडियावर्क्स और नेटफ्लिक्स को अंतरिम राहत के लिए दो दिनों के अंदर जवाब दाखिल करने का आदेश दिया. कोर्ट अब इस मामले को शुक्रवार को सुनेगा.
एजेंसी के वकील सिद्धांत कुमार ने कोर्ट में कहा कि शो के प्रोड्यूसर ने साल 2021 में एएनआई से संपर्क किया था और फुटेज इस्तेमाल करने की अपील की थी. हालांकि उस वक्त दोनों पक्षों के बीच कोई एग्रीमेंट नहीं बना था. उन्होंने ये भी कहा कि एक फुटेज में एएनआई का लोगो भी दिखाई दे रहा है जो ट्रेड मार्क के इस्तेमाल का उल्लंघन है. वकील ने कहा कि ये शो सिर्फ विवादित ही नहीं बल्कि लोगों की नज़रों में एंटी नेशनल भी है. हम इससे जुड़ना नहीं चाहते हैं.
पहले हुआ नाम पर बवाल
विजय वर्मा, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर जैसे दिग्गज सितारों वाली इस वेब सीरीज़ को लेकर रिलीज़ के साथ ही विवाद हो गया था. आरोप लगा कि इसमें दो हाईजैकरों के नाम भोला और शंकर रखे गए हैं. बाद में इस मामले में सूचना एवं प्रसार्ण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स की वाइस प्रेसिडेंट को भी समन किया. सरकार से मिलने के बाद नेटफ्लिक्स ने सीरीज़ में सबके असली नाम के साथ डिस्क्लैमर जोड़ने का फैसला किया था.
क्या थे हाईजैकरों के असली नाम
दरअसल ये सीरीज़ 1999 में इंडियन एयरलाइंस के प्लेन IC 814 के हाईजैक पर बनाई गई है. प्लेन नेपाल से उड़ा था और अमृतसर, लाहौर और यूएई होते हुए अंत में इसे अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया था. इस प्लेन को पांच आतंकियों ने हाईजैक किया था. उन्होंने प्लेन के अंदर एक दूसरे से बात करने के लिए अपने कोड नेम रखे थे. इनके कोड नेम थे, डॉक्टर, बर्गर, भोला, शंकर और चीफ. ये सभी हाईजैकर प्लेन में एक दूसरे से इन्हीं नामों के ज़रिए बातें किया करते थे. सीरीज़ में भी यही नाम का इस्तेमाल हुआ है. हालांकि इनके असली नाम इब्राहिम अतहर, सन्नी अहमद काज़ी, जहूर इब्राहिम, शाहिद अख्तर और सैयद शाकिर थे.