जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेताओं के बीच जुबानी जंग, एनसी सासंद ने कहा- नहीं करूंगा चुनाव प्रचार
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के बीच गठबंधन है. एनसी 51 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. 32 सीटों पर कांग्रेस किस्मत आजमा रही है. 5 सीटों पर दोनों दलों के बीच फ्रेंडली फाइट है. इन सीटों पर दोनों दलों के प्रत्याशी एक-दूसरे पर लगातार प्रहार करते नजर आ रहे हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद मियां अल्ताफ ने तो यहां तक कह दिया है कि इस गठबंधन ने एनसी को 20 साल पीछे धकेल दिया है. उन्होंने गठबंधन के प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार करने से भी इनकार कर दिया है.
बनिहाल सीट से कांग्रेस प्रत्याशी वकार रसूल लगातार नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साथ रहे हैं. वकार ने तो यहां तक कह दिया है कि वह कटोरा लेकर लोगों से भीख मांग रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस के झंडे को लेकर भी टिप्पणी की थी. इन सबके बीच एनसीके वाइस प्रेसिडेंट और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी रसूल पर तंज कसने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
ये लोग खुद डील करें, मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं
राजौरी-अनंतनाग लोकसभा सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस सांसद मियां अल्ताफ का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. इसमें अल्ताफ ये कहते हुए दिख रहे हैं कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन ने एनसी को 20 साल पीछे धकेल दिया है. इस वीडियो में अल्ताफ ये भी कहते हैं कि दोनों पार्टियों ने गठबंधन किया और अब ये लोग खुद डील करें. मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है. मैं गठबंधन में पार्टी के लिए क्यों चुनाव प्रचार करूं.
वकार के बयान से कांग्रेस ने खुद को अलग किया
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी ने वकार रसूल वानी की नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ की गई टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया है. एक बयान में कहा है कि जेकेपीसीसी अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने रसूल की टिप्पणी की कड़ी निंदा की है. रसूल ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि नेशनल कॉन्फ्रेंस का झंडा लाल है क्योंकि यह कश्मीरियों, खासकर बनिहाल के लोगों के खून से सना है.
बीजेपी की तरफ से दोनों पार्टियों के गठबंधन को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता अभिजीत जसरोटिया का कहना है कि इन दोनों पार्टियों का गठबंधन कैसे कामयाब होगा जब दोनों पार्टियों के नेता एक-दूसरे के खिलाफ बोल रहे हैं.