Explained: अमेरिका में दिए बयानों पर कैसे चौतरफा घिर गए हैं राहुल गांधी

राहुल गांधी ने अमेरिका में एक बार फिर देश के ज्वलंत मुद्दों पर बयान देकर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है. उनके इन बयानों को लेकर सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के नेता ही नहीं बल्कि बसपा और अन्य छोटे दल भी राहुल गांधी पर निशाना साध रहे हैं. कोई उन्हें कुंठाग्रस्त बता रहा है तो कोई देश विरोधी. सांसद जगदंबिका पाल ने तो राहुल गांधी को चीन का एजेंट तक बता दिया है.
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर हैं. यहां जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से संवाद में राहुल गांधी ने कई मुद्दों पर बात की. इस दौरान राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि चुनाव में हमारे सारे खाते सील कर दिए गए थे. हमारे पास कैंपेनिंग तक के लिए पैसे नहीं थे. उन्होंने आरक्षण खत्म करने के सवाल पर कहा कि जब तक देश में सबको समान अवसर नहीं मिलेगा तब तक कांग्रेस आरक्षण खत्म नहीं करेगी. उन्होंने आरएसएस, यूसीसी और देश की अर्थव्यवस्था पर कुछ ऐसा कह दिया जिसे लेकर वह खुद चौतरफा घिरे नजर आ रहे हैं.
5 प्वाइंट में समझते हैं कि आखिर राहुल ने किस मुद्दे पर क्या कहा?
आरक्षण : वॉशिंगटन डीसी के जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी से सवाल पूछा गया कि भारत में आरक्षण कब तक चलेगा? इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि देश में अभी आरक्षण खत्म करने का सही समय नहीं है. कांग्रेस यह तब सोचेगी जब सही समय होगा.
जातिगत जनगणना : राहुल गांधी ने कहा कि भारत में दलित, आदिवासी और ओबीसी को उनका हक नहीं मिल रहा. देश की 90 प्रतिशत आबादी वाले एससी एसटी और ओबीसी की स्थिति क्या है, ये जातिगत जनगणना से जाना जा सकता है. उन्होंने भारत के बिजनेस लीडर्स लिस्ट का उदाहरण दिया. राहुल गांधी ने कहा कि टॉप 200 में से एक ओबीसी है, जबकि भारत में यह आंकड़ा 50 प्रतिशत है. उन्होंने देश की शीर्ष अदालत, मीडिया पर भी कहा कि वहां भी ओबीसी दलित नहीं हैं.
लोकसभा चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल : राहुल गांधी ने कहा कि अगर भारत में निष्पक्ष चुनाव होते तो बीजेपी की इतनी भी सीटें नहीं आतीं. उन्होंने दावा किया कि चुनाव के वक्त पार्टी के खते सील हो गए थे. विज्ञापन और कैंपेनिंग तक के पैसे नहीं थे. ट्रेजर ने मुझसे कहा था कि पैसे नहीं हैं. मैंने कहा था कि जो होगा देखेंगे. अपनी स्पिरिट से चुनाव लड़ा.
संविधान : राहुल गांधी ने संविधान पर कहा कि हमने चुनाव से पहले ही लोगों को बताया कि देश की संस्थाओं पर सरकार का कब्जा है. मैंने लोगों को बताया कि अगर संविधान खत्म हो गया तो पूरा खेल खत्म हो जाएगा. बीजेपी संविधान नष्ट करना चाहती है. लोगों ने इसे समझा कि हम संविधान की रक्षा कर रहे हैं और हमारा साथ दिया.
BJP और आरएसएस : राहुल गांधी यही नहीं थमे, उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर भी हमले किया. उन्होंने कहा कि भाजपा नहीं मानती की ये देश सबका है. आरएसएस भी कुछ राज्यों को दूसरे राज्यों से कम आंकती है, जबकि हर राज्य का अपना इतिहास और परंपराएं हैं. आरएसएस मानता है कि मराठी, बंगाली, मणिपुरी, तमिल कमतर हैं, जबकि ऐसा नहीं है.
सिखों को लेकर भी कही ये बात
यूएसए के वर्जीनिया के एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने भारत में सिखों की स्थिति पर बात की. उन्होंने एक व्यक्ति का नाम पूछा, उसने अपना नाम बलिंदर सिंह बताया. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि भारत में इस बात को लेकर लड़ाई है कि क्या इन्हें एक सिख के तौर पर पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी. क्या एक सिख गुरुद्वारे जा सकता है. सबसे पहले आपको यह समझना होगा की लड़ाई किस बात को लेकर है, लड़ाई राजनीति को लेकर नहीं सिर्फ सिखों के लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है.
राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा नेता हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि- सिखों को भारत में तभी डर लग गया था जब राहुल गांधी का परिवार देश की सत्ता पर काबिज था. में 6 दशकों से पगड़ी पहन रहा हूं. वहीं भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि गांवों में कहावत है सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को. कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है. इसी ने सिखों का कत्लेआम कराया था.
राहुल गांधी के बयान पर किस नेता ने क्या कहा?
झूठ की दुकान: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के बयान पर कहा है कि लगता है कि मोहब्बत की दुकान चलाते चलाते राहुल गांधी ने झूठ की दुकान खोल ली है. उन्होंने कहा कि अपने विदेश दौरे के दौरान जिस तरह की भ्रामक और तथ्यहीन बाते कर रहे हैं वह शर्मनाक है और भारत की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली है.

देशविरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है। चाहे जम्मू-कश्मीर में JKNC के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गाँधी ने देश की सुरक्षा
— Amit Shah (@AmitShah) September 11, 2024

कुंठाग्रस्त: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल गाधी कुंठाग्रस्त हैं, लगातार तीसरी बार पराजय के कारण उनके मन में अंध बीजेपी संघ और बीजेपी विरोध बैठ गया है और वो विरोध करते करते देश का विरोध करने लगे हैं, देश के बाहर कांग्रेस और बीजेपी नहीं होती है, देश के अंदर हम मुद्दों पर लड़ सकते हैं, देश के बाहर केवल भारत होता है, राहुल गांधी देश की छवि खराब करने की कोशिश का रहे हैं, ये देशद्रोह जैसी सीमा में आता है.
अज्ञानी: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि जिस कांग्रेस ने आजादी के बाद से तुष्टीकरण की राजनीति की, सिखों का कत्लेआम किया. वो आज पाठ पढ़ाने चले हैं, मेरे यहां कहावत है जो अज्ञानी ज्यादा होते हैं वे अपने ज्ञान का प्रदर्शन ज्यादा करते हैं. यही राहुल गांधी हैं.

Rahul Gandhis stance on doing away with reservations is not new; it reflects the long-standing views of the Gandhi family. He is merely echoing what Pandit Nehru and Rajiv Gandhi once advocated but failed to implement.
The harsh reality is that three consecutive Lok Sabha
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 11, 2024

चीन का एजेंट: सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि देश का नेता प्रतिपक्ष होने के बावजूद भारत की आलोचना विदेश में करना गलत है, उन्होंने कहा कि जितनी आलोचना करनी हैं संसद में करें. उन्हें देखना चाहिए कि 2014 से पहले देश की अर्थव्यवस्था कहां थी और मोदी जी की लीडरशिप में भारत टॉप 5 अर्थव्यवस्थाओं में शुमार है. वो पाकिस्तान चीन की तारीफ करते हैं भारत की बुराई करते हैं.

Rahul Gandhis stance on doing away with reservations is not new; it reflects the long-standing views of the Gandhi family. He is merely echoing what Pandit Nehru and Rajiv Gandhi once advocated but failed to implement.
The harsh reality is that three consecutive Lok Sabha
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 11, 2024

मायावती ने कहा सावधान रहें
राहुल गांधी के आरक्षण वाले बयान पर मायावती ने कहा है कि कांग्रेस के बयान से सावधान रहने की जरूरत है. कांग्रेस आरक्षण विरोधी सोच की रही है. अगर वह सत्ता में आई तो आरक्षण खत्म कर देगी. कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए कभी ओबीसी आरक्षण को लागू नहीं किया न ही देश में जातीय जनगणना कराने वाली है. बस वह इसकी आड़ में सत्ता में आने के सपने देख रही है.

1.कांग्रेस नेता श्री राहुल गांधी की अब यह सफाई कि वे आरक्षण के विरुद्ध नहीं हैं स्पष्टतः गुमराह करने वाली गलतबयानी। केन्द्र में बीजेपी से पहले इनकी 10 साल रही सरकार में उनकी सक्रियता में इन्होंने सपा के साथ मिलकर SC/ST का पदोन्नति में आरक्षण बिल पास नहीं होने दिया इसका यह प्रमाण।
— Mayawati (@Mayawati) September 11, 2024

राहुल गांधी को देनी पड़ी सफाई
अमेरिका में आरक्षण पर दिए बयान पर भारत में संग्राम मचा तो राहुल गांधी को सफाई देनी पड़ी. वाशिंगटन में उन्होंने बातचीत में कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से दिखाया गया. उन्होंने कहा कि वह आरक्षण के खिलाफ नहीं है, बल्कि सभी की भागीदारी के लिए राजनीति कर रहे हैं. राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस आरक्षण की सीमा 50 फीसदी से ज्यादा करेगी. राहुल गांधी ने कहा कि मैं बार-बार यह कहता रहा हूं कभी आरक्षण के खिलाफ नहीं रहा हूं. मेरे बयान को ऐसे दिखाया जा रहा है जैसे मैं आरक्षण के खिलाफ हूं.

राहुल के बचाव में आए तेजस्वी
अमेरिका में आरक्षण दिए बयान पर चौतरफा घिरे राहुल गांधी के बचाव में बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आए. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग संविधान और आरक्षण विरोधी हैं. उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए इसे अफवाह पार्टी बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी का मतलब है बड़का झूठा पार्टी. राहुल गांधी तो कई बार आरक्षण को बचाने की बात कर रहे हैं.
डिंपल ने कहा सच कहीं भी बोला जाए झूठ नहीं होता
राहुल गांधी के बयान पर समाजवादी पार्टी की ओर से सांसद डिंपल यादव का रिएक्शन आया है. मैनपुरी में पत्रकारों से बातचीत में डिंपल यादव ने कहा कि सच कहीं से भी बोला जाए झूठ नहीं होता. पूरा देश जानता है कि रोजगार की क्या हालत है. महिलाओं की क्या स्थिति है. देश नहीं बल्कि पूरी दुनिया जानती है कि भारत में महिलाएं असुरक्षित हैं. विदेश से आने वाली महिलाओं के साथ भी गलत हो रहा है. तो मेरा मानना है कि सच बोलने की कोई जगह नहीं होती.

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