पुतिन की सबसे बड़ी चेतावनी, रूस पर लंबी दूरी की मिसाइलों से यूक्रेन का हमला यानी युद्ध में NATO का शामिल होना
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी समेत NATO देशों को बड़ी चेतावनी दी है. पुतिन ने कहा है कि अगर यूक्रेन की ओर से लंबी दूरी की मिसाइलों से रूस पर हमला होता है तो इसका मतलब होगा NATO का युद्ध में शामिल होना. पुतिन ने कहा है कि अगर NATO इस युद्ध में शामिल होता है तो रूस की ओर से वाजिब जवाब मिलेगा.
दरअसल यूक्रेन, अमेरिका और पश्चिमी देशों से लगातार मांग कर रहा है कि उसे रूस के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए लंबी दूरी की मिसाइलों की जरूरत है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अमेरिका और ब्रिटेन मिलकर यूक्रेन को AMRAAM मिसाइल सिस्टम देने जा रहे हैं. जब रूस के राष्ट्रपति पुतिन से इसे लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने अमेरिका और NATO को बड़ी चेतावनी दे डाली.
क्या जंग में शामिल होगा NATO?
पुतिन ने कहा कि यूक्रेन और पश्चिमी देश तथ्यों को घुमा-फिराकर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सवाल ये नहीं है कि कीव शासन को रूसी क्षेत्र पर हमले करने की अनुमति दी जाती है या नहीं. बल्कि सवाल ये है कि क्या NATO इस जंग में सीधे तौर पर शामिल होगा? पुतिन ने कहा कि यूक्रेन पहले से ही रूस पर ड्रोन और अन्य हथियारों से हमला कर रहा है. लेकिन पश्चिमी देशों की लंबी दूरी क्षमता वाले उच्च-सटीक हथियारों का उपयोग करना एक बिल्कुल अलग बात होगी.
‘लंबी दूरी के हमलों में यूक्रेन सक्षम नहीं’
पुतिन ने दावा किया है कि इस तरह के हथियारों का इस्तेमाल करने में यूक्रेन की सेना सक्षम नहीं है, क्योंकि इन हथियारों का इस्तेमाल करने के लिए सैटेलाइट के जरिए खुफिया जानकारी की जरूरत होगी. जो कि यूक्रेन के पास नहीं है. उन्होंने कहा कि केवल यूरोपीय यूनियन और अमेरिकी सैटेलाइट ही इस तरह की जानकारी दे सकते हैं. पुतिन ने जोर देते हुए कहा कि सबसे अहम बात ये है कि केवल NATO के सैन्यकर्मी ही इन मिसाइल सिस्टम का संचालन कर सकते हैं, यूक्रेनी सैनिकों के पास इसके संचालन की क्षमता नहीं है.
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NATO का हमला हुआ तो देंगे जवाब-पुतिन
ऐसे में अगर यूक्रेन की ओर से लंबी दूरी की मिसाइलों से रूस पर हमला होता है तो साफ तौर पर यह माना जाएगा कि NATO इस संघर्ष में सीधे तौर पर शामिल हो गया है. और अगर ऐसा होता है तो इससे इस जंग का स्वभाव पूरी तरह से बदल जाएगा. पुतिन ने कहा कि अगर NATO देश यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें देते हैं और उससे रूस पर हमला होता है तो यह माना जाएगा कि वो रूस के साथ सीधे तौर पर जंग कर रहे हैं. पुतिन ने कहा कि इस स्थिति में हम अपने पास मौजूद विकल्पों के मुताबिक ही जवाब देंगे.
पुतिन झुकेंगे या जंग का रुख मोड़ देंगे?
रूस-यूक्रेन के बीच करीब ढाई साल से जंग जारी है. इस दौरान यूक्रेन को रूस का सामना करने के लिए पश्चिमी देशों की ओर से भारी मात्रा में हथियार मुहैया कराए गए हैं, लेकिन अब यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिका और अपने सहयोगियों से लंबी दूरी की मिसाइलों की मांग की है. जेलेंस्की ने दावा किया था कि रूस के सैन्य ठिकानों को तबाह कर उसे शांति वार्ता के लिए राजी किया जा सकता है, हाल ही में जब रूस को ईरान से 200 बैलिस्टिक मिसाइलों के मिलने की खबरें आईं तो माना जाने लगा कि इससे यूक्रेन की मांग को बल मिलेगा. लेकिन पुतिन के रुख से साफ है कि अगर ऐसा होता तो वह झुकेंगे नहीं बल्कि और आक्रामकता से जवाब देंगे.