कमला हैरिस के लिए एक और गुड न्यूज़, प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद हुए सर्वे में बनाई बड़ी बढ़त
अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है. डेमोक्रेटिक पार्टी से कमला हैरिस तो वहीं रिपब्लिकन पार्टी से डोनाल्ड ट्रंप चुनावी मैदान में हैं. दोनों के बीच मुकाबला कांटे का माना जा रहा है लेकिन प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद हुए ताज़ा राष्ट्रीय सर्वेक्षणों में कमला हैरिस की लीड बढ़ती जा रही है.
न्यूयॉर्क टाइम्स के नेशनल पोलिंग एवरेज के आंकड़ों पर नज़र डालें तो 5 अगस्त के बाद से कमला हैरिस लगातार बढ़त बनाए हुए हैं. 21 जुलाई को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस की रेस से अपना नाम वापस लिया था, इसके महज़ 2 हफ्ते बाद ही डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी बढ़त खो दी.
डिबेट के बाद हुए सर्वे में कमला हैरिस आगे
अमेरिकी रिसर्च एजेंसी Ipsos के ताजा सर्वे में कमला हैरिस को ट्रंप की तुलना में 5 फीसदी की बढ़त मिलती दिख रही है. Ipsos ने यह सर्वे 10 से 11 सितंबर के बीच कराया है, जिसमें 1405 रजिस्टर्ड वोटर्स ने हिस्सा लिया. Ipsos के जारी किए गए आंकड़ों में कमला हैरिस को 47 फीसदी लोगों के वोट मिलते नज़र आ रहे हैं तो वहीं ट्रंप को 42 फीसदी लोगों का समर्थन मिलता दिख रहा है.
इसके अलावा ‘डाटा फॉर प्रोग्रेस’ के पोल में भी कमला हैरिस को 4 फीसदी की बढ़त मिल रही है. 11 से 12 सितंबर के बीच कराए गए इस सर्वे में 1283 संभावित वोटर्स ने हिस्सा लिया है, आंकड़ों के अनुसार कमला हैरिस को 50 फीसदी लोगों ने समर्थन दिया है वहीं ट्रंप को 46 फीसदी लोगों का समर्थन हासिल है.
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एक और ताजा सर्वे RMG रिसर्च का डाटा भी कमला हैरिस की बढ़त दिखा रहा है. RMG रिसर्च ने यह सर्वे 8 से 11 सितंबर के बीच किया है और इसमें 2756 रजिस्टर्ड वोटर ने हिस्सा लिया है. इस सर्वे में 51 फीसदी लोगों ने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस का समर्थन किया है तो वहीं 47 फीसदी लोग रिपब्लिकन कैंडिडेट डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में हैं.
प्रेसिडेंशियल डिबेट से बदलेगा चुनाव का रुख?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में प्रेसिडेंशियल डिबेट का इतिहास करीब साढ़े 6 दशक पुराना है. माना जाता है कि प्रेसिडेंशियल डिबेट जीतने वाले उम्मीदवार के चुनाव में जीत हासिल करने के ज्यादा चांस होते हैं. लेकिन डोनाल्ड ट्रंप उन चुनिंदा लोगों में शामिल हैं जो डिबेट हारकर भी चुनाव जीत चुके हैं. यही वजह है कि तमाम राजनीतिक पंडित अब भी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को कांटे की टक्कर मान रहे हैं. भले ही ताज़ा सर्वेक्षणों में कमला हैरिस, ट्रंप से काफी आगे नज़र आ रहीं हैं लेकिन क्या वाकई चुनावी नतीजे भी सर्वे डाटा के मुताबिक होंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा.
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