Expalined : हिंडनबर्ग से नहीं बल्कि यहां हैं गौतम अडानी को बड़ा खतरा, पढ़ लें ये रिपोर्ट

हाल ही में हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट किया है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि स्विस अधिकारियों ने अडानी से संबंधित धनशोधन और प्रतिभूतियों में जालसाजी की जांच के तहत स्विस बैंक अकाउंट्स में 31 करोड़ डॉलर से अधिक की राशि जब्त की है. जिसके बाद अडानी ग्रुप के 7 शेयरों में गिरावट देखी गई. जिसका असर अडानी की दौलत में देखने को मिला. ये पहली बार नहीं है कि हिंडनबर्ग ने अडानी को लेकर कोई नया दावा किया हो और अडानी के शेयरों में असर ना देखा गया. ​कभी ज्यादा देखा गया तो कभी कम. लेकिन अमीरों की लिस्ट में अडानी को ज्यादा फर्क एक साल में कभी नहीं पड़ा. बीते काफी समय से वो दुनिया के टॉप 15 अरबपतियों में शामिल थे. कुछ समय से तो उनकी दौलत 100 अरब डॉलर के पार भी थी.
इस बार उन्हें दोहरी मार पड़ी है. एक तो ये है कि गौतम अडानी उस ए​लीट ग्रुप से बाहर हो गए हैं, जिनकी नेटवर्थ 100 अरब डॉलर और उससे ज्यादा है. साथ ही दुनिया के टॉप 15 अरबपतियों की लिस्ट से भी बाहर हो चुके हैं. जिसकी शुरुआत गुरुवार को ही हो गई थी. जब उनकी दौलत में इजाफा देखने को मिला, लेकिन एक पायदान नीचे खिसकर 16वें पायदान पर आ गए थे. लेकिन देश के लोगों को उम्मीद थी, कि रैंकिंग में सुधार होगा, लेकिन अब वह दो और पायदान नीचे खिसक गए हैं. और दुनिया के 18वें सबसे अमीर आदमी बन गए हैं. अब सबसे बड़ा खतरा ये बन गया है कि कहीं अडानी टॉप 20 की लिस्ट से बाहर ना हों जाएं.
वास्तव में अडानी की दौलत और रैंकिंग दोनों के नीचे गिरने का सिलसिला खासकर सितंबर से देखने को मिला है. खास बात तो ये है कि बीते 45 दिनों में अडानी की दौलत से 12 अरब डॉलर यानी एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डूब गए हैं. इसका मतलब ये हुआ कि गौतम अडानी की नेटवर्थ से 1 अगस्त के बाद से हर सेकंड 2.63 लाख करोड़ रुपए कम हुए हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर शुक्रवार को अडानी की दौलत कितनी कम हुई और मौजूदा समय में कुल नेटवर्थ कितनी रह गई है.
अडानी की दौलत में गिरावट
शुक्रवार को अडानी ग्रुप के 7 शेयरों में गिरावट आने की वजह से दौलत में भी गिरावट देखने को मिली. ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के आंकड़ों के अनुसार गौतम अडानी की कुल नेटवर्थ से 1.47 अरब डॉलर यानी 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली. जिसके बाद उनकी कुल नेटवर्थ 98.8 अरब डॉलर आ गई है. वैसे मौजूदा साल में अडानी की कुल नेटवर्थ में 17.2 फीसदी यानी 14.5 अरब डॉलर का इजाफा देखने को मिल चुका है. जिसकी वजह से उनकी रैंकिंग में गिरावट देखने को मिली है और 18वें नंबर पर आ गए हैं.
100 दिन के बाद 100 अरब डॉलर से नीचे
खास बात तो ये है गौतम अडानी करीब 100 के बाद 100 अरब डॉलर के नेटवर्थ से नीचे आया है. 5 जून 2024 को गौतम अडानी की कुल नेटवर्थ 97.5 अरब डॉलर थी. जबकि 3 जून को गौतम अडानी की नेटवर्थ 122 अरब डॉलर पर पहुंच गई थी. इसका मतलब है कि उस दौरान अडानी की नेटवर्थ को करीब 25 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था. ये वो समय था जब देश में लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे और अडानी ग्रुप के शेयर धड़ाम हो गए थे.
डेढ़ महीने में हर सेकंड 2.63 लाख का नुकसान
अगर बात बीते डेढ़ महीने की करें तो गौतम अडानी की नेटवर्थ से रोज हर सेकंड 2.63 लाख रुपए कम हो रहे हैं. वास्तव में एक अगस्त को गौतम अडानी दौलत 111 अरब डॉलर थी. जोकि घटकर मौजूदा समय में 98.8 अरब डॉलर रह गई है. इसका मतलब है कि इस दौरान अडानी की नेटवर्थ 12.2 अरब डॉलर यानी एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा कम हुई है. अगर इस हर सेकंड के हिसाब कैलकुलेट करें तो 2.63 लाख बैठ रहा है.
क्या टॉप 20 से भी बाहर होंगे अडानी?
मौजूदा समय में गौतम अडानी दुनिया के 18वें सबसे अमीर कारोबारी हैं. जबकि दो से तीन पहले वो दुनिया के टॉप 15 अरबपतियों की लिस्ट में शुमार थे. शेयरों में लगातार गिरावट की वजह से अब खतरा ये सबसे ज्यादा है कि कहीं टॉप 20 से भी बाहर ना हों जाएं. आने वाले दिनों में फेड की मीटिंग तय करेगी कि शेयर बाजार का रुख कैसा रहेगा? वास्तव में बाजार फेड के 0.25 फीसदी की कटौती के अनुमान को हजम कर चुका है. बाजार का अच्छा मूड दो बातों पर डिपेंड करेगा कि क्या फेड 0.25 फीसदी से ज्यादा कटौती करती है? दूसरा ये कि कटौती 0.25 फीसदी ही हो, लेकिन स्टांस नवंबर की मीटिंग में कटौती का देखने को मिले. अगर शेयर बाजार में तेजी आएगी तो अडानी नेटवर्थ भी बढ़ेगी वर्ना नुकसान हो सकता है.
पॉलिटिकल घटनाक्रम भी तय करेंगे
वहीं दूसरी देश में कैलेंडर ईयर की चौथी तिमाही में कई महत्वपूर्ण राज्यों में लोकसभा चुनाव हैं. जिसमें हरियाणा, जम्मू कश्मीर के चुनाव की तारीखें तय हो गई हैं. जबकि झारखंड और महाराष्ट्र के चुनावों की तारीखों का ऐलान होने वाला है. चार में तीन राज्य काफी अहम है. अगर बीजेपी 5 चुनावी राज्यों में जीत हासिल करती है तो शेयर बाजार में काफी उछाल देखने को मिलेगा. अडानी ग्रुप के शेयर भी काफी ऊंची उड़ान भरेंगे. वर्ना नुकसान भी बड़ा हो सकता है.

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