INDW vs AUSW: भारतीय महिला टीम की 190 रनों से करारी हार, ऑस्ट्रेलिया ने किया क्लीन स्वीप
बेहतरीन फॉर्म में चल रही फोएबे लिचफील्ड के शतक की मदद से रिकॉर्ड स्कोर बनाने वाले ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे और आखिरी वनडे क्रिकेट मैच में भारत को 190 रन से करारी शिकस्त दी. ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैच की सीरीज में क्लीन स्वीप किया. भारतीय महिला टीम का इस तरह से ऑस्ट्रेलिया को वनडे में अपने घरेलू मैदान पर हराने का पिछले 16 साल से चला आ रहा इंतजार बढ़ गया
ऑस्ट्रेलिया की यह भारतीय धरती पर वनडे में लगातार दसवीं जीत है. भारत 2007 के बाद से अपने घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को नहीं हरा पाया है. ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 338 रन का अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया. इसके जवाब में भारतीय टीम 32.4 ओवर में 148 रन पर आउट हो गई.
लिचफील्ड ने 125 गेंद पर 16 चौकों और एक छक्के की मदद से 119 रन की लाजवाब पारी खेली जबकि हीली ने 85 गेंद पर 82 रन बनाए जिसमें चार चौके और तीन छक्के शामिल हैं. इन दोनों ने पहले विकेट के लिए 189 रन जोड़े जो भारत में किसी भी विरोधी टीम का किसी विकेट के लिए सर्वोच्च साझेदारी है.
वनडे सीरीज से पहले भारतीय टीम ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में जीत दर्ज की थी लेकिन 50 ओवर के प्रारूप में वह अपनी इस लय को बरकरार नहीं रख पाई. बड़े लक्ष्य के सामने भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. उसने पांचवें ओवर में ही यास्तिका भाटिया (06) का विकेट गंवा दिया जबकि उनकी सलामी जोड़ीदार स्मृति मंधाना (29) अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाई.
भाटिया और मंधाना को मेगन शट (23 रन देकर दो विकेट) ने आउट किया. कप्तान हरमनप्रीत कौर (03) का खराब प्रदर्शन जारी रहा. जॉर्जिया वेयरहम (23 रन देकर तीन विकेट) ने उन्हें बेथ मूनी के हाथों के कैच आउट कराने के बाद दूसरे मैच में 96 रन की शानदार पारी खेलने वाली रिचा घोष (19) को बोल्ड किया.
जेमिमा रोड्रिग्स (25) ने कुछ अच्छे शॉट खेले लेकिन एशले गार्डनर (38 रन देकर एक विकेट) ने जल्द ही उनके तेवरों पर विराम लगा दिया. अलाना किंग (21 रन देकर दो विकेट) ने अमनजोत कौर (03) और पूजा वस्त्राकर (14) को पवेलियन की राह दिखाई जबकि अनुभवी स्पिनर एनाबेल सदरलैंड (नौ रन देकर दो विकेट) ने निचले क्रम के बल्लेबाजों को आउट करके ऑस्ट्रेलिया की बड़ी जीत सुनिश्चित की.
दीप्ति शर्मा 25 रन बनाकर नाबाद रही. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया तथा श्रेयंका पाटिल (37 रन देकर तीन विकेट) से मिले झटकों के बावजूद सपाट विकेट पर रन बनाना जारी रखा. भारत की तरफ से अमनजोत कौर ने भी दो विकेट लिए लेकिन इसके लिए उन्होंने 70 रन खर्च किए.
पहले दो मैच में 78 और 63 रन बनाने वाली लिचफील्ड ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा. वह जब 62 रन पर खेल रही थी तब अमनजोत की गेंद पर दीप्ति शर्मा ने उन्हें जीवनदान दिया था. दीप्ति ने आखिर में 40वें ओवर में लिचफील्ड को हरमनप्रीत कौर के हाथों कैच कराया. यह वनडे में उनका 100वां विकेट था. दीप्ति यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारत की केवल चौथी गेंदबाज हैं.
पूजा वस्त्राकर (68 रन देकर एक विकेट) ने 29वें ओवर में हीली को बोल्ड करके भारत को पहली सफलता दिलाई. इसके बाद पारी के 36वें ओवर में पाटिल ने बेथ मूनी (03) और ताहलिया मैकग्रा (00) को लगातार गेंदों पर पगबाधा आउट किया.
एशले गार्डनर के 27 गेंदों में चार चौकों की मदद से 30 रन, एनाबेल सदरलैंड के 21 गेंदों में 23 रन और अलाना किंग की 14 गेंद पर तीन छक्कों और एक चौके की मदद से खेली गई नाबाद 26 रन की आक्रामक पारी से ऑस्ट्रेलिया अपने रिकार्ड को बेहतर करने में सफल रहा.