Nathan Astle Birthday: T20 क्रिकेट से पहले टेस्ट मैच में खेली विस्फोटक पारी, जड़ा सबसे तेज दोहरा शतक, 22 साल से बरकरार है रिकॉर्ड

ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने साल 2002 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज दोहरे शतक का रिकॉर्ड बनाया था. उन्होंने महज 212 गेंद में 200 रन ठोक दिए थे. उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि ये रिकॉर्ड कुछ ही हफ्तों में टूट जाएगा. लेकिन ऐसा हुआ और ये कारनामा न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर नाथन एस्टल ने किया. टी20 की शुरुआत होने से पहले उन्होंने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास की सबसे विस्फोटक पारी खेली थी. एस्टल ने महज 153 गेंद में 200 रन बनाकर टेस्ट में सबसे तेज दोहरे शतक का रिकॉर्ड बनाया था, जिसे आज तक कोई भी नहीं तोड़ सका है. भारत के तूफानी ओपनर वीरेंद्र सहवाग 4 बार इस रिकॉर्ड के करीब गए लेकिन तोड़ नहीं सके. 15 सितंबर को एस्टल का जन्मदिन है और इस खास मौके पर हम आपको उनकी कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं.
22 साल से नहीं टूटा रिकॉर्ड, सहवाग 4 बार असफल
नाथन एस्टल ने साल 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ 168 गेंद में 222 रन की ऐतिहासिक पारी खेली थी. उस वक्त टी20 का दौर शुरू भी नहीं हुआ था और तेज खेलने का चलन नहीं था. तब एस्टल ने महज 153 गेंद में डबल सेंचुरी जड़ दी थी. न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में खेली एस्टल की ऐतिहासिक पारी को 22 साल हो गए हैं. टी20 का दौर है और बल्लेबाज तेज भी खेलने लगे हैं, इसके बावजूद कोई भी क्रिकेटर इस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ सका है. हालांकि, इस दौरान कई बल्लेबाज एस्टल के रिकॉर्ड तक पहुंचे.
भारत की ओर से वीरेंद्र सहवाग 4 बार एस्टल के रिकॉर्ड के करीब गए. सहवाग ने सबसे 2004 में कोशिश की, तब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 222 गेंद में दोहरा शतक जड़ा था. इसके बाद 2006 और 2008 में कोशिश की. इस दौरान एक बार उन्हें 182 और दूसरी बार दोहरा शतक लगाने में 194 गेंद लग गए.
सहवाग की आखिरी कोशिश 2009 में रही जब वह बेहद करीब तक पहुंच गए थे, लेकिन महज 15 गेंद से चूक गए. इस बार श्रीलंका के खिलाफ दोहरा शतक जड़ने में उन्होंने 168 गेंद का सामना किया. सहवाग के अलावा इंग्लैंड के बेन स्टोक्स एस्टल के रिकॉर्ड के सबसे करीब पहुंचे. उन्होंने 2016 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में 163 गेंद में डबल सेंचुरी लगाई थी.
ऐसे बचाई थी टीम की लाज
नाथन एस्टल ने साल 2002 में अपनी पारी से न्यूजीलैंड को अपने ही घर पर हार से तो नहीं बचा सके, लेकिन उसकी लाज जरूर बचा ली. दरअसल, न्यूजीलैंड ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर इंग्लैंड को बल्लेबाजी के लिए बुलाया था. इंग्लैंड ने पहली पारी में 228 बनाए, जिसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 147 रन पर ही ढेर हो गई. दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 468 रन ठोक दिए.
550 रन को चेज करने के लिए उतरी न्यूजीलैंड की आधी टीम 242 रन पर पवेलियन जा चुकी थी और एक बड़ी हार दरवाज पर दस्तक दे रही थी. तभी एस्टल ने 168 गेंद में 222 रन ऐतिहासिक पारी खेली, जिसके दम पर न्यूजीलैंड 451 रन बनाने में कामयाब रही. हालांकि, अंत में उसे 98 रन से हार का सामना करना पड़ा था.
वर्ल्ड कप से पहले संन्यास लेकर चौंकाया
नाथन एस्टल ने की गिनती सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर्स में की जाती है. उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 81 मुकाबले में 37 की औसत से 4702 रन बनाए, साथ ही 51 विकेट भी चटकाने में कामयाब रहे थे. वहीं वनडे करियर में उन्होंने 223 मैच खेल, जिसमें करीब 35 की औसत से 7090 रन बनाए थे. साथ ही 99 विकेट लेने में कामयाब रहे थे. उन्हें टीम का कप्तान बनाने पर भी विचार हुआ लेकिन व्यवहार सही नहीं होने कारण ये जिम्मेदारी नहीं दी गई. साल 2007 में वर्ल्ड कप से कुछ ही हफ्ते पहले एस्टल ने अचानक संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया था. उन्होंने कहा था कि क्रिकेट खेलने के लिए उनके पास प्रेरणा नहीं बची है.

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