दो अलग-अलग देशों के लिए खेलेंगे एक ही घर के बेटे, इंटरनेशनल क्रिकेट में दिखेगा ये अजीबोगरीब नजारा
इंटरनेशनल क्रिकेट में कई ऐसे भाइयों की छोड़ियां हैं जिन्होंने एक साथ क्रिकेट खेला है. इनमें इरफान पठान-यूसुफ पठान, हार्दिक पंड्या-क्रुणाल पंड्या जैसे खिलाड़ियों का नाम शामिल है. लेकिन अब इंटरनेशनल क्रिकेट में एक अलग ही नजारा देखने को मिलने वाला है. सैम करन और टॉम करन के भाई बेन करन ने बड़ा फैसला लिया है. सैम करन और टॉम करन तो इंग्लैंड के लिए खेलते हैं, लेकिन उनके भाई बेन करन दूसरे देश के लिए खेलते हुए नजर आ सकते हैं.
अलग-अलग देशों के लिए खेलेंगे एक ही घर के बेटे
टॉम करन और सैम करन के भाई बेन करन अपने क्रिकेट करियर में एक नया सफर शुरू करने के लिए तैयार हैं. 28 साल के बेन करन जल्द ही जिम्बाब्वे के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते हुए नजर आ सकते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेन करन अब जिम्बाब्वे के लिए खेलने के योग्य हैं और उन्होंने खुद को चयन के लिए उपलब्ध कराया है. बता दें, बेन करन पिछले कुछ समय से जिम्बाब्वे में ही घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं. इससे पहले वह अपने दोनों भाइयों की तरह इंग्लैंड में ही काउंटी क्रिकेट खेला करते थे.
बेन करन ने अपने काउंटी करियर की शुरुआत सरे के साथ की थी. इसके बाद वह नॉर्थम्पटनशर चले गए. वहां उन्होंने MCC यंग क्रिकेटर्स के लिए खेलते हुए टीम को प्रभावित किया. नॉर्थम्पटन में चार साल 2022 में समाप्त होने के बाद, उन्होंने जिम्बाब्वे में वापस जाने का फैसला किया था. दरअसल, इन तीनों भाइयों के पिता केविन करन जिम्बाब्वे के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके हैं और इन तीनों भाइयों का बचपन वहीं बिता है.
केविन करन ने जिम्बाब्वे के लिए खेला क्रिकेट
केविन करन एक ऑलराउंडर थे. उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए 11 वनडे मैचों में 287 रन और नौ विकेट लिए थे. इसके बाद वह इंग्लैंड चले गए और वहां उनका काउंटी करियर काफी सफल रहा. नॉर्थम्पटनशर के लिए खेलते हुए उन्होंने पांच अलग-अलग सीजन में 1000 रन बनाए थे. इसके बाद वह एक बार फिर जिम्बाब्वे आ गए थे. वह जिम्बाब्वे की टीम के हेड कोच भी बने थे. जिससे उनके बेटों को अफ्रीकी देश में बड़ा होने का मौका मिला. लेकिन साल 2012 में उनकी मौत के बाद उनके बेटे वापस इंग्लैंड चले गए थे.
बेन करन का अभी तक का करियर
28 साल के बेन करन ने अभी तक 42 फर्स्ट क्लास मैच, 32 लिस्ट ए मैच और 30 टी20 मुकाबले खेले हैं. फर्स्ट क्लास करियर में वह अभी तक 31.73 की औसत से 2063 रन बना चुके हैं, जिसमें 2 शतक और 10 अर्धशतक शामिल हैं. लिस्ट ए में उनके नाम 28.50 का औसत से 741 रन दर्ज हैं. टी20 में भी वह 21.29 की औसत से 575 रन बना चुके हैं. वहीं, फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 2 विकेट भी चटकाए हैं.