Liver cirrhosis : क्यों होता है लिवर सिरोसिस, कैसे शुरू में ही पहचानें इसके लक्षण
फैटी लिवर की समस्या काफी आम होती जा रही है. खानपान की गलत आदतें और बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल लिवर के फैटी होने का कारण बन रहा है. फैटी लिवर को तो आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन अगर इसपर ध्यान नहीं देते हैं तो ये समस्या लिवर सिरोसिस की बीमारी बन सकती है. इस बीमारी मेंलिवर के सेल्स नष्ट होकर उनकी जगह पर फाइब्रोसिस बनने लगता है. यह बदलाव लिवर को खराब कर देता है और इससे लिवर फेल तक हो सकता है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि लिवर सिरोसिस क्यों होता है.
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अधिक शराब का सेवन लिवर सिरोसिस का कारण बन सकता है. ज्यादा शराब पीने से लिवर को नुकसान पहुंचता है, जिससे लिवर के सेल्स नष्ट होने लगते हैं. हेपेटाइटिस बी और सी वायरस भी लिवर खराबी का कारण बनते हैं. ये वायरस लिवर में सूजन पैदा करते हैं और अगर समय पर मरीज का इलाज न हो तो ये गंभीर लक्षण करते है. कुछ मरीजों में ऑटोइम्यून रोग भी लिवर खराबी का कारण बनते हैं.: कुछ दवाइयों का लंबे समय तक सेवन भी लिवर सिरोसिस कर सकता है. लिवर सिरोसिस को अगर समय पर कंट्रोल न करें तो ये लिवर को खराब कर देता है. कुछ मामलों में मरीज की जान बचाने के लिए लिवर ट्रांसप्लांट तक करना पड़ता है.
इसके लक्षणों को कैसे पहचानें
फरीदाबाद में गॅस्ट्रोएन्टेरोलॉजी के डॉ. विशाल खुराना बताते हैं कि लिवर सिरोसिस की शुरुआत में थकान और कमजोरी होती है. व्यक्ति अक्सर थका हुआ महसूस करता है. इसके साथ ही वजन घटने की समस्या होने लगती है. बिना किसी कारण के वजन कम हो जाता है, लिवर ठीक से काम न करने पर पैरों और पेट में सूजन हो जाती है. कई मरीजों में त्वचा और आँखें पीली हो जाती हैं क्योंकि लिवर बिलीरुबिन को साफ नहीं कर पाता. पेट के आसपास काफ मात्रा में फैट जमने लगता है. कुछ लोगों को उल्टी की शिकायत भी बनी रहती है.
सिरोसिस से बचने के उपाय क्या हैं
शराब का सेवन बंद करने की कोशिश करें और इसको पूरी तरह छोड़ने का प्रयास करें.
एंटीवायरल दवाइयाँ: अगर सिरोसिस का कारण हैपेटाइटिस है, तो एंटीवायरल दवा से इलाज कराएं.
डायबिटीज है को उसको नियंत्रित करना जरूरी है. इसके लिए वजन कम करें और कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल में रखें.
समय-समय पर लिवर की जाँच करवाते रहें. समय पर पहचान और सही इलाज से सिरोसिस के खतरे से बचाव किया जा सकता है.