भारत में गायब हुई इस बड़े टूर्नामेंट की ट्रॉफी, पुलिस में शिकायत दर्ज, जानें पूरा मामला
भारत इस समय बुडापेस्ट 45वें शतरंज ओलंपियाड टूर्नामेंट में कमाल का प्रदर्शन दिखा रहा है. इसी बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. भारत की ओर से दो साल पहले शतरंज ओलंपियाड में जीती गई प्रतिष्ठित गैप्रिंडाशविली ट्रॉफी अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के चेन्नई स्थित कार्यालय से गायब हो गई है. अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) ने शतरंज ओलंपियाड ट्रॉफी के गायब होने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
शतरंज ओलंपियाड की ट्रॉफी हुई गायब
नोना गैप्रिंडाशविली ट्रॉफी शतरंज ओलंपियाड में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले दल को दिया जाने वाली ट्रॉफी है. इस टूर्नामेंट का आयोजन दो साल में एक बार होता है और भारतीय टीम ने 2022 में चेन्नई में हुए पिछले शतरंज ओलंपियाड में ट्रॉफी जीती थी. एआईसीएफ के उपाध्यक्ष अनिल कुमार रायजादा ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए बताया, ‘हम पिछले कुछ दिनों से कप की तलाश कर रहे हैं।. पुलिस को सूचित कर दिया गया है. हमें उम्मीद है कि हम इसे सुलझा लेंगे क्योंकि यह देश की प्रतिष्ठा का मामला है. यह एक गंभीर मुद्दा है और हम सभी के लिए बहुत शर्मनाक है. पिछला प्रशासन ऐसे जवाब दे रहा है जो ट्रॉफी का पता लगाने में बिल्कुल भी मददगार नहीं हैं.’
23 सितंबर को होगा चेस ओलंपियाड का समापन
दरअसल, फिडे ने एआईसीएफ को एक ईमेल भेजकर भारत से ट्रॉफी लौटाने का अनुरोध किया था, ताकि इसे रविवार को बुडापेस्ट में चल रहे शतरंज ओलंपियाड के विजेताओं को राउंड 11 की समाप्ति के बाद सौंपा जा सके. एआईसीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमने फिडे के अनुरोध के बाद इसे हर जगह खोजने की कोशिश की, लेकिन ट्ऱॉफी का कुछ पता नहीं चल सका है. बता दें, मौजूदा चेस ओलंपियाड का समापन 23 सितंबर को होगा और भारत इसी जीतने के काफी करीब है.
एआईसीएफ के अधिकारी ने ये भी बताया कि फिलहाल एक प्रतिस्थापन ट्रॉफी का ऑर्डर किया गया है. यह मूल ट्रॉफी जितनी विशेष नहीं होगी. लेकिन फिर भी यह मूल ट्रॉफी जैसी होगी. हम इस गड़बड़ी के लिए खेद व्यक्त करते हैं.