कौन हैं श्याम रजक? जिन्हें सीएम नीतीश कुमार ने बनाया जेडीयू का राष्ट्रीय महासचिव
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) छोड़कर हाल ही में जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) में शामिल हुए श्याम रजक को सीएम नीतीश कुमार ने बड़ी जिम्मेदारी दी है. रजक को उन्होंने पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है. इसके साथ ही मनीष कुमार वर्मा को मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है. मनीष पूर्व आईएएस अफसर हैं.
श्याम रजक इससे पहले नीतीश कुमार और राबड़ी देवी की सरकारों में मंत्री भी रहे हैं. हाल ही में उन्होंने संजय झा और उमेश कुशवाहा की मौजूदगी में जेडीयू का दामन थामा था. रजक साल 2020 के विधानसभा चुनाव के समय जेडीयू का साथ छोड़ दिया था. वो आरजेडी के पाले में चले गए थे.
फुलवारी शरीफ सीट से 5 बार रहे विधायक
कुछ दिन पहले जब उन्होंने आरजेडी से इस्तीफा दिया तो कयास तेज हो गए थे कि वो फिर से नीतीश के साथ आ सकते हैं. ऐसा हुआ भी और अब उन्हें नीतीश ने बड़ी जिम्मेदारी दी है. कहा जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में रचक फुलवारी शरीफ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. इस सीट पर उनकी अच्छी पैठ है. यहां से वो पांच बार विधायक रहे हैं.
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श्याम रजक को लालू यादव का खास माना जाता है. वो 1995 में पहली बार फुलवारी शरीफ सीट से विधायक चुने गए थे. राबड़ी देवी सरकार में मंत्री रहे थे. 2005 में बिहार की सत्ता में नीतीश के आने के बाद रजक का लालू एंड फैमिली से मोहभंग होने लगा. इसके बाद 2009 में वो नीतीश के साथ आ गए थे. नीतीश सरकार में भी वो मंत्री रहे.
जेडीयू में आने पर क्या बोले थे रजक
जेडीयू का दामन थामने के बाद श्याम रजक ने कहा था कि उन्होंने भावावेश में पार्टी छोड़ दी थी. इसके बाद वो आरजेडी में चार साल रहे और ये वक्त घुटनभरा था. इसकी वजह ये थी कि वहां (आरजेडी) एक ही परिवार की बात चलती है. इतना ही नहीं वहां अपमानित किया जाता था. रजक ने सीएम नीतीश कुमार की तारीफ में कहा कि पूरे बिहार में उनके नेतृत्व में काफी विकास हो रहा है. उनके साथ काम करना सौभाग्य की बात है.
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