देश की सुरक्षा को खतरा, पासपोर्ट कैंसिल करें… राहुल के बयानों पर BJP सांसद सीपी जोशी की स्पीकर को चिट्ठी
बीजेपी सांसद सीपी जोशी ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर राहुल गांधी का पासपोर्ट निरस्त करने की मांग की है. इसके साथ-साथ उन्होंने राहुल गांधी से नेता विपक्ष पद से इस्तीफा भी मांगा है. बीजेपी नेता कहा कि कांग्रेस नेता के आधारहीन और देश की छवि को धूमिल करने वाले बयान अभिव्यक्ति की आजादी के दायरे में नहीं आते.
लोकसभा स्पीकर को लिखे पत्र में सीपी जोशी ने कहा कि राहुल गांधी जैसे किसी व्यक्ति का नेता विपक्ष के पद पर रहना देश की सुरक्षा के लिए खतरा है, और उनकी गतिविधियों को देखकर ये स्पष्ट हो जाता है वे देश विरोधी ताकतों के हाथों खेल रहे हैं. विदेशी धरती पर उनका बयान किसी भी तरह से एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक के तौर पर सही नहीं है.
बीजेपी नेता का दावा- राहुल के बयान देश विरोधी
जोशी ने पत्र में आगे कहा कि राहुल गांधी के बयान राजनीतिक नहीं बल्कि विशुद्ध के तौर पर देश विरोधी गतिविधियों के दायरे में आते हैं जो उनके आचरण को संदिग्ध बनाता है. उनके बयान से देश की आंतरिक स्थिरता और सीमाओं की सुरक्षा के अलावा अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी असर पड़ सकता है क्योंकि वे नेता विपक्ष के पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि नेता विपक्ष से अपेक्षा की जाती है कि वो कुछ बुनियादी तथ्यों को अपने ध्यान में रखें, लेकिन राहुल गांधी ने अपने स्वार्थ की वजह से विदेशी ताकतों के प्रभाव में देशहित को ताक पर रख दिए. उनकी पिछली अमेरिकी यात्रा में भी इसके कई उदाहरण देखने को मिले थे. जिनसे यह साबित होता है कि राहुल की मंशा देश में स्थिरता और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने का है.
‘अलगाववादियों के एजेंडे को कर रहे मजबूत’
बीजेपी नेता ने पत्र में नेता प्रतिपक्ष के कई बयानों का भी हवाला दिया है. उन्होंने कहा कि सिख समुदाय को लेकर राहुल का यह कहना कि की उन्हें पगड़ी समेत अपने दूसरे पवित्र पहचानों की छूट नहीं है गलत है. जाहिर है कि वे कनाडा और अमेरिका में खालिस्तानी अलगाववादियों के एजेंडे को मजबूत करना चाहते हैं.
बीजेपी नेता बोले- राहुल उद्योगपतियों के खिलाफ मुहिम चला रहे
लोकसभा सांसद ने आगे कहा कि राहुल अपने देश के कई उद्योगपतियों का नाम लेकर उनके खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. क्या दुनिया में कही ऐसा देखने को मिला है कि जब पक्ष या विपक्ष का नेता दूसरे देश में जाकर अपने देश के उद्योगपतियों के खिलाफ बयानबाजी करते हुए दिखा हो, आखिर राहुल के इस बयान के पीछे क्या मंशा है? विपक्ष के नेता राहुल भारतीय समाज को बांटने की कोशिश कर उसकी एक विकृत तस्वीर पेश करते हैं.