दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने एमसीडी कमिश्नर को लिखा पत्र, कूड़ा फैलने की शिकायतों पर मांगा जवाब

दिल्ली मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने कूड़ा फैलने की शिकायतों को लेकर एमसीडी कमिश्नर को एक चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने कई जगहों पर लगें कूड़ा के ढेर को लेकर एमसीडी कमिश्नर से जवाब मांगा है. दिल्ली मेयर ने चिट्ठी में लिखा है कि क्या एमसीडी कमिश्नर इस बात को जानते हैं कि एमसीडी के अंतर्गत आने वाली वेस्ट कलेक्शन एजेंसियों पर रोक लगा दी गई है.
ये एजेंसिया हर घर जाकर कूड़ा उठाती हैं. इन पर रोक लगाने से कूड़े के ढेर लग रहे हैं, जिससे आम लोगों की समस्याएं बढ़ती ही जा रही हैं. उन्होंने चिठ्ठी लिखकर कमिश्नर से जवाब मांगते हुए ये भी कहा है कि इससे कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं. इस चिठ्ठी में मेयर ने कमिश्नर से चार सवाल भी पूछे है.

Delhi Mayor Shelly Oberoi writes to MCD Commissioner on the issue of waste collection.
Mayor asks the Commissioner, Are you aware of this fact that waste collection agencies under MCD have stopped doing daily door-to-door collection of municipal waste in many localities of pic.twitter.com/VlwJMFzyg7
— ANI (@ANI) September 24, 2024

वेस्ट एजेंसी को लेकर लोग नाराज
उन्होंने पत्र में लिखा कि सभी वार्ड से ये शिकायतें आ रही हैं कि वेस्ट कलेक्शन करने वाली गाड़िया लोगों के घरों तक नहीं पहुंच रही हैं. इससे दिल्ली की कई जगह पर कूड़े के ढेर लग रहे हैं. इससे दिल्ली के लोग गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं. उनको डेंगू जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जनीनी हकीकत को और अच्छे से जानने के वो पिछले हफ्ते कई वार्ड में गई थीं, जहां उन्हें पता चला कि कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां डोर टू डोर जाकर कूड़ा नहीं उठा रही हैं. उन्होंने बताया कि वेस्ट एजेंसी के इस मैनेजमेंट से सभी लोगों में नराजगी है.
दो दिन का दिया अल्टीमेटम
इसके साथ ही उन्होंने कमिश्नर से चार सवाल भी दागे हैं, इसमें सबसे पहले उन्होंने पूछा कि क्या आपको पता है कि वेस्ट एजेंसी दिल्ली के कई इलाकों में डोर टू डोर कूड़ा नहीं ले रही है. इसके साथ ही उन्होंने इसका कारण भी पूछा है. वहीं तीसरा सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि वेस्ट कलेक्शन एजेंसी के ऐसा करने का कारण क्या है? साथ ही उन्होंने इस पर स्पष्टीकरण भी मांगा है. आखिरी सवाल में उन्होंने कमिश्नर को कहा है कि ऐसे दिल्ली के लोगों की हेल्थ को बड़ा खतर हो सकता है. साथ ही उन्होंने इस पत्र का जवाब देने के लिए कमिश्नर को 26 सितंबर तक यानी दो दिन का समय दिया है.

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