कृषि कानून पर कंगना रनौत के बयान से गरमाया हरियाणा चुनाव, कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने दी चुनौती

विधानसभा चुनावों के बीच तीन कृषि कानूनों पर बीजेपी सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के विवादित बयान के बाद सियासी संग्राम छिड़ा है. कंगना ने वीडियो जारी करके सफाई दी और अपने बयान वापस ले लिये लेकिन रनौत के बयान पर कांग्रेस नेता लगातार प्रहार कर रहे हैं. हरियाणा चुनाव में कंगना का बयान एक मुद्दा बन गया है. बीजेपी नेताओं के पल्ला झाड़ने के बाद कंगना रनौत ने अपने शब्द वापस लेने की बात कही है लेकिन चुनावी माहौल में कंगना के इस बयान को कांग्रेस पार्टी के अलावा बीजेपी के सहयोगी दलों ने भी गंभीरता से लिया है. अब कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने बड़ा हमला बोला है.
चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कंगना के बहाने बीजेपी को चुनौती दी है. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी और कोई ताकत नहीं जो 3 काले कानूनों को फिर से लागू करवा सके. उन्होंने कंगना के बयान की कड़ी निंदा की और बीजेपी पर निशाना साधा. दीपेंद्र हुड्डा ने दावा किया कि हरियाणा में बहुमत से हुड्डा साहब के नेतृत्व में सरकार बनेगी. देखते हैं कौन यहां उन काले कानूनों को लागू करवाता है?
किसानों की शहादत का अपराध बोध नहीं?
दीपेंद्र हुड्डा से पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और प्रवक्ता सु्प्रिया श्रीनेत ने भी कंगना के बयान पर बीजेपी को घेरा है. मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 750 किसानों के शहीद होने के बाद भी बीजेपी को अपराधबोध नहीं हो रहा है? आखिर क्यों तीनों काले कानूनों को फिर से लागू करने की बात कही जा रही है? कांग्रेस पार्टी इस तरह के बयान का कड़ा विरोध करती है.
कांग्रेस पार्टी के अलावा अन्य विपक्षी दलों ने भी कंगना के बयान पर बीजेपी पर प्रहार किया है. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कंगना के बयान पर प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए.

Do listen to this, I stand with my party regarding Farmers Law. Jai Hind pic.twitter.com/wMcc88nlK2
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 25, 2024

सहयोगी दलों ने भी किया विरोध
हालांकि कंगना के बयान पर बीजेपी अपना पल्ला झाड़ चुकी है. पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मीडिया के सामने आकर कहा कि कंगना का बयान पार्टी का अधिकृत बयान नहीं है. यह उनका निजी बयान है. पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है. बीजेपी के सहयोगी दलों में जेडीयू और एलजेपी ने भी कंगना के बयान पर ऐतराज जताया है. चिराग पासवान ने कहा कि ये उनका निजी बयान हो सकता है, एनडीए सरकार में इस कानून को फिर से लागू करने का ऐसा कोई विचार नहीं है. चिराग पासवान के अलावा जेडीयू नेता केसी त्यागी ने तो इस बयान को अपमान बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी को कंगना के खिलाफ कड़े एक्शन लेने चाहिए.

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