गर्भनिरोधक गोलियों से महिलाओं में इन बीमारियों का खतरा, 5 साल में 25 फीसदी तक बढ़ी खपत
गर्भनिरोधक गोलियां एक आपातकालीन गर्भनिरोधक तरीका है जिससे अनचाही प्रेगनेंसी को रोका जा सकता है. असुरक्षित यौन संबंध के 72 घंटों के अंदर इसके इस्तेमाल से प्रेगनेंसी नहीं होती. इसलिए इसे सबसे सुविधाजनक तरीका मानकर महिलाएं इसका सेवन करती हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन की 2022 में आई रिपोर्ट के मुताबिक, ओवर द काउंटर मिलने वाली गर्भनिरोधक गोलियों का यूज 18 से 30 साल की महिलाओं में बीते 5 सालों में 25 फीसदी तक बढ़ा है जो बेहद चौंकाने वाला है. साथ ही ये महिलाओं की सेहत से जुड़ी एक ऐसी चिंता को बढ़ा रहा है जिससे आगे चलकर उन्हें कई परेशानियां झेलनी पड़ सकती है.
गर्भनिरोधक गोलियां दरअसल हार्मोन को प्रभावित करती है जिससे प्रेगनेंसी नहीं ठहरती. लेकिन इसके बार-बार इस्तेमाल से हार्मोन काफी ज्यादा प्रभावित हो जाते हैं और पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं. इसलिए एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसका सेवन ज्यादा नहीं करना चाहिए.
गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन कब करें
सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर नुपुर गुप्ता बताती हैं कि आप किसी आपातकालीन स्थिति में इसका उपयोग एक या दो बार कर सकते हैं लेकिन बार-बार इस दवा को लेने के अपने कई साइड इफेक्ट्स हैं, ये आपके हार्मोन पर असर डालकर आपके पीरियड्स अनियमित कर देती है जिससे आगे चलकर आपको कई कॉम्प्लिकेशंस का सामना करना पड़ सकता है. कई बार देखा गया है कि इसके ज्यादा इस्तेमाल से महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर, एक्टोपिक प्रेगनेंसी (फैलोपियन ट्यूब में प्रेगनेंसी), हाई रिस्क प्रेगनेंसी या बाद में कंसीव करने में परेशानी आना जैसी समस्याएं देखी गई है.
चूंकि आज महिलाएं ओवर द काउंटर मिलने वाली गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन बिना डॉक्टर से पूछे कर रही हैं इसलिए आज के समय में महिलाएं में प्रेगनेंसी से जुड़ी कई कॉम्प्लिकेशंस बढ़ गई हैं. इसलिए इसे इसका उपयोग सोच-समझकर बैकअप की स्थिति में ही करना चाहिए न कि बार-बार क्योंकि ये महिलाओं में मोटापे की भी एक बड़ी वजह है. जिसके अपने कई अन्य साइड इफेक्ट्स है. इसलिए इसका सेवन डॉक्टर से परामर्श के बाद तभी करें जब अन्य सभी प्रकार विफल हो गए हैं.
गर्भनिरोधक गोलियों के साइड इफेक्ट्स
इसके अन्य साइड इफेक्ट्स की बात की जाए तो इसमें
– जी मिचलाना
– उल्टी करना
– थकान
– चक्कर आना
– सिरदर्द
– पेट के निचले हिस्से में दर्द या ऐंठन
– स्तनों में दर्द या कोमलता
– भारी मासिक धर्म ब्लीडिंग जैसे लक्षण शामिल हैं.
इसके अलावा आपको इसके उपयोग के एक हफ्ते बाद ब्लड स्पॉटिंग हो सकती है, साथ ही आपकी अगली माहवारी पहले या देर से हो सकती है. इसलिए इसका उपयोग जब भी करें एक बार अपनी डॉक्टर से जरूर बात करें, इन दवाओं को ओवर द काउंटर खरीदकर इस्तेमाल न करें.