भारत में विदेशी टूरिस्ट का आना हुआ कम! जानिए क्या है कारण, आंकड़ों से जानिए
World Tourism Day: दुनियाभर में घूमने-फिरने वाले लोगों की कमी नहीं है. घुमक्कड़ लोग कहीं न कहीं निकल ही जाते हैं. पिछले कुछ समय यानी कोरोना काल के बाद से भारतीय लोग विदेशों में खूब घूमने-फिरने जा रहे हैं. लेकिन भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में कमी दर्ज की गई है. वर्ल्ड टूरिज्म के मौके पर हम आपको आंकड़ों के साथ बताएंगे कि किन देशों में सबसे ज्यादा भारतीय लोग गए हैं.
भारत के पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक, साल 2024 में जनवरी से लेकर जून महीने तक 1.5 करोड़ भारतीय नागरिक विदेश गए हैं. वहीं, साल 2019 कोरोना से पहले करीबन 1.3 करोड़ भारतीय नागरिक विदेश गए. आंकड़ों की मानें तो पिछले 5 सालों में विदेश जाने वाले भारतीय लोगों की संख्या में 12 फीसदी तक का इजाफा हुआ है. रिकॉर्ड के मुताबिक, साल 2024 के पहले 6 महीनों के दौरान 47.8 लाख विदेशी लोग भारत आए. जबकि साल 2019 में ये विदेशी नागरिकों की ये संख्या 53 लाख थी यानी डेटा के अनुसार, भारत में 10 प्रतिशत तक फॉरेन ट्रैवर्लस की कमी देखी गई है.
किन देशों में सबसे भारतीय गए
खाड़ी देश हमेशा से भारतीय नागरिकों की पसंदीदा जगह रहे हैं.साल 2022 के आंकड़ों के मुताबिक, यूएई में अब तक 60.4 लाख भारतीय लोग गए हैं. यहां जाने वाले लोगों का आंकड़ा बढ़ा है. वहीं, इसके बाद सउदी अरब में 24.8 लाख, अमेरिका में 17.3 लाख, सिंगापुर में 10.1 लाख और ब्रिटेन में 9.5 लाख भारतीय नागरिक गए हैं.
घूमना-फिरना है वजह
लोग अपनी मेंटल हेल्थ के बारे में ध्यान रखे रहे हैं. यही वजह है कि ज्यादातर विदेशों में सिर्फ-घूमने फिरने के मकसद से जाते हैं. आंकड़ों के मुताबिक, भारत से 36.8 फीसदी लोग घूमने के मकसद से विदेश जाते हैं. 16.9 फीसदी लोग बिजनेस, एजुकेशन के लिए 3.5 फीसदी लोग, धार्मिक यात्राओं में जाने वाले लोगों की संख्या 2.4 फीसदी और अन्य कारणों से विदेश जाने वाले भारतीय लोगों की संख्या 0.9 फीसदी है.
इन देशों से भारत घूमने आते हैं लोग
भारत आने वाले टॉप 5 देशों के लोगों के बारे में बताएं तो इसमें सबसे पहला नंबर बांग्लादेश का है. यहां से आने वाले पर्यटकों की संख्या 21.5 प्रतिशत है. इसके बाद अमेरिका से 17.6 फीसदी, ब्रिटेन से 9.8 फीसदी, ऑस्ट्रेलिया से 4.6 फीसदी और अन्य देशों से भारत आने वाले लोगों की संख्या 46.6 प्रतिशत है.
विदेशों में घूमने वाले लोग थाईलैंड को गोवा और श्रीलंका को केरल का किफायती ऑप्शन बता रहे हैं. भारत में विदेशी पर्यटकों की संख्या की कमी कारण महंगे टूरिस्ट डेस्टिनेशन है. यहां रहने और खाने के लिहाज से अच्छे होटल थाईलैंड की तुलना में महंगे हैं. एयर फेयर्स भी पहले की तुलना में थोड़े महंगे हो गए हैं. इन सभी आंकड़ों के बाद अब ट्रैवल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने सरकार लोकल ट्रैवल को बूस्ट करने को कहा है.