नहीं रुकेगी जंग, नेतन्याहू ने खारिज किया युद्धविराम का प्रस्ताव
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सीजफायर प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि युद्धविराम से जुड़ी खबर गलत है, यह अमेरिका-फ्रांस का एक प्रस्ताव था जिस पर प्रधानमंत्री ने कोई प्रतिक्रिया तक नहीं दी है.
इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि पीएम नेतन्याहू ने इजराइली सेना को पूरी ताकत के साथ आगे बढ़ने का कहा है, साथ ही IDF को उस योजना के तहत कार्रवाई का निर्देश दिया है जो उनके सामने पेश की गई थी. आशंका जताई जा रही है कि इजराइली सेना जल्द ही लेबनान में जमीनी आक्रमण कर सकती है.
The Prime Minister’s Office:
The report about a ceasefire is incorrect. This is an American-French proposal that the Prime Minister has not even responded to.
The report about the purported directive to ease up on the fighting in the north is the opposite of the truth.
— Prime Minister of Israel (@IsraeliPM) September 26, 2024
अमेरिका-फ्रांस ने दिया था सीजफायर प्रस्ताव
दरअसल अमेरिका-फ्रांस ने इजराइल और हिजबुल्लाह की जंग रोकने के लिए बुधवार को तत्काल 21 दिनों के सीजफायर की अपील की थी. ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सऊदी अरब, UAE, कतर समेत कई यूरोपीय देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन भी किया था. लेकिन इजराइल ने साफ कर दिया है कि वह हिजबुल्लाह के खिलाफ हमले जारी रखेगा. वहीं हिजबुल्लाह की ओर से अभी इस प्रस्ताव को लेकर कोई बयान नहीं आया है.
इजराइली हमलों में 600 से ज्यादा की मौत
उधर बुधवार को इजराइली हमले में लेबनान में 72 लोगों की मौत हो गई, 23 सितंबर से जारी भारी बमबारी से अब तक 620 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. वहीं हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजराइल के हाइफा में इजराइल के मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाने का दावा किया है. हालांकि इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह के दावों की पुष्टि नहीं की है, इससे पहले IDF ने बताया था कि हिजबुल्लाह की ओर से 45 रॉकेट दागी गई हैं.
जमीनी आक्रमण की आशंका से अलर्ट
वहीं लेबनान में इजराइली सेना के जमीनी आक्रमण की आशंका के चलते दुनियाभर के देश अलर्ट हो गए हैं. भारत ने पहले ही अपने नागरिकों से लेबनान की यात्रा न करने और तुरंत लेबनान से लौटने को कहा है. वहीं चीन ने भी अपने नागरिकों के लिए दिशा-निर्देश जारी करते हुए उन्हें लेबनान की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है. उधर तुर्किए लेबनान से अपने नागरिकों को वापस लाने की तैयारी कर रहा है. तुर्किए के रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि नागरिकों को लेबनान से सुरक्षित निकालने की प्रारंभिक योजना तैयार की जा रही है.