आज सुपुर्द-ए-खाक होगा नसरल्लाह, बोलेंगे खामेनेई…ईरान पर दुनिया की नजर

इजराइल और हमास के बीच एक साल से चल रही जंग की आग पूरे मिडिल ईस्ट में तेजी से फैल रही है. गाजा पट्टी पर हमास के साथ जंग लड़ने के साथ ही इजराइल ने अब लेबनान और ईरान पर भी सीधे हमले शुरू कर दिए हैं. इन हमलों के बीच आज यानी शुक्रवार का दिन बेहद खास होने वाला है. इजराइल के हमले में मारा गया हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह को आज सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. इस बीच ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई तेहरान में बोलेंगे, जिस पर दुनियाभर की नजर बनी हुई है.
हिजबुल्लाह चीफ की मौत के बाद सुप्रीम लीडर खामेनेई को सीक्रेट जगह शिफ्ट कर दिया गया था. उसके बाद अब पहली बार खामेनेई सामने आएंगे और संबोधित करेंगे. इसके अलावा आज का दिन इसलिए भी खास होगा क्योंकि ईरान के हमले के तीन दिन बाद भी इजराइल अब तक पलटवार को लेकर चुप है. ऐसे में खामेनेई के बयान के बाद इजराइल क्या करेगा इस पर पूरी दुनिया की नजर टिकी हुई है.
7 अक्टूबर 2023 को जब हमास ने इजराइल पर हमला किया था. तब 24 घंटे में ही इजराइल ने हमला शुरू कर दिया था. लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि अब ऐसा क्या हो गया कि इजराइल ईरान से मिसाइल हमले का बदला नहीं ले रहा?
हिजबुल्लाह का मुख्यालय जमींदोज
उधर, लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के मुख्यालय को इजराइल ने जमींदोज कर दिया था. कहा जाता है कि इसी हमले में शनिवार को नसरल्लाह की मौत हो गई थी. लेकिन अब सवाल ये उठ रहा है कि अब तक नसरल्लाह के शव को सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया? अब जब नसरल्लाह का शव सामने नहीं आया तो दफनाया किसको जाएगा?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ईरान ने कतर के माध्यम से अमेरिका को मैसेज भेजा है. अमेरिका को भेजे गए मैसेज में ईरान ने कहा है कि अगर इजराइल ने हमला किया तो अबकी बार ऐसा पलटवार होगा जैसा उसने सोचा नहीं गया होगा.
आसान नहीं होगी हिजबुल्लाह से जंग
कहा जा रहा है कि दुनिया भले ही इजराइल के ईरान पर हमले का इंतजार कर रही है, लेकिन इस बीच इजराइल ने हिजबुल्लाह चीफ को मारकर एक ऐसा मोर्चा खोल दिया जहां पर मुश्किलें बढ़नी तय है. इसकी बड़ी वजह हिजबुल्लाह के हथियार हैं, जिसमें रॉकेट और मिसाइल भी हैं.
इजराइल पर बड़ा हमला
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हिज्बुल्लाह के पास एक लाख से ज्यादा रॉकेट और मिसाइल हैं. जिसकी मदद से हिज्बुल्लाह इजराइल पर बड़ा हमला कर सकता है. आईडीएफ ने दावा किया है कि उसने लेबनान में अब तक 200 ठिकानों पर हमला किया है. साथ ही दक्षिणी लेबनान के लोगों को कई गांव खाली करने का मैसेज भी जारी किया गया है.
दक्षिणी लेबनान पर कब्जा
बता दें कि 1980 के दशक में हिजबुल्लाह इजराइल के विरोध में प्रमुखता से उभरा, जिसकी सेनाओं ने देश के 1975-1990 के गृहयुद्ध के दौरान दक्षिणी लेबनान पर कब्जा कर लिया. फिर हिज़्बुल्लाह के आतंकियों ने लेबनान में इज़राइली और अमेरिकी सेना पर घातक हमले किए. जब साल 2000 में इजराइल की सेना लेबनान से हटी, तो हिजबुल्लाह ने उन्हें बाहर निकालने का श्रेय लिया.
हिजबुल्लाह के 9 सदस्यों की मौत
इजराइल ने बुधवार देर रात मध्य बेरूत की एक इमारत को निशाना बनाकर हवाई हमला किया, जिससे नौ लोगों की मौत हो गई. इन लोगों को हिजबुल्लाह का सदस्य बताया गया है. इजराइल सितंबर के अंत से ही देश के उन क्षेत्रों पर बमबारी कर रहा है जहां उग्रवादी समूह हिजबुल्ला की मजबूत उपस्थिति है, लेकिन राजधानी बेरूत के मध्य क्षेत्र को शायद ही कभी निशाना बनाया गया हो. बुधवार देर रात हुए हमले से पहले कोई चेतावनी नहीं दी गई थी, जिसमें मध्य बेरूत में एक इमारत को निशाना बनाया गया. यह इमारत संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय, प्रधानमंत्री कार्यालय और संसद से ज्यादा दूर नहीं है.

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