25 फीसदी से ज्यादा अग्निवीरों को कर सकते हैं परमानेंट… IAF प्रमुख के बयान पर केजरीवाल का केंद्र से सवाल

भारतीय वायुसेना के नवनियुक्त एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने शुक्रवार को भविष्य की सुरक्षा चुनौती पर बात की. वायुसेना प्रमुख ने लद्दाख में एलओसी के पास भारत की तैयारियों, रूस से एस-400 मिसाइलों के आयात और अग्निवीर योजना पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि अग्निवीरों को लेकर उनकी प्रतिक्रिया काफी सकारात्मक रही है. उनमें से 25 फीसदी से ज्यादा को आगे के लिए सेना में रखा जा सकता है. वहीं, वायुसेना प्रमुख के इस बयान पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से सवाल किया है.
अरविंद केजरीवाल ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए केंद्र सरकार से अग्निवीरों पर सवाल पूछा है. उन्होंने लिखा, ‘जब फोर्स तैयार है और जवानों की जरूरत भी है, तो केंद्र सरकार ज्यादा अग्निवीरों को परमानेंट क्यो नहीं करती?’ AAP नेता ने यह जवाब पूनम पांडे नाम की महिला की एक्स पर की गई पोस्ट पर दिया है. जिसमें लिखा है, ‘वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने कहा कि अगर हमें 25 फीसदी से ज्यादा अग्निवीरों को स्थायी करना पड़े तो हम ऐसा कर सकते हैं, लेकिन यह फैसला सरकार को लेना होगा.’
25 फीसदी से ज्यादा अग्निवीर रख सकते हैं
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह इन सभी मुद्दों पर शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात कर रहे थे. अग्निवीरों को लेकर उन्होंने कहा कि इस बारे में उनका फीडबैक काफी सकारात्मक है. उनसे पूछा गया कि क्या हम भविष्य के लिए 25 फीसदी से ज्यादा अग्निवीर रख सकते हैं, जिस पर उनका जवाब था कि ऐसा कर सकते हैं लेकिन यह फैसला सरकार को लेना है. एयर चीफ मार्शल ने कहा कि हमारे पास विदेशी धरती पर अपने दुश्मनों पर हमला करने की क्षमता है. हमने बालाकोट एयर स्ट्राइक में यह दिखाया है.
एलएसी पर बुनियादी ढांचे हो रहे मजबूत
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि भारतीय वायुसेना 2047 तक अपने सभी सामान भारत में ही बनाने पर विचार कर रही है. एस-400 मिसाइल के आयात पर उन्होंने कहा कि रूस ने इस प्रणाली की तीन इकाइयों की आपूर्ति की है. वहीं, उसने अगले साल तक बचे दो इकाइयों की आपूर्ति करने का वादा किया है.
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उन्होंने कहा कि चीन एलएसी पर तेजी से बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है. खासकर लद्दाख सेक्टर में और भारत भी एलएसी पर बुनियादी ढांचे की तैयारी कर रहा है. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि इस संवेदनशील क्षेत्र में तैयारी सुनिश्चित करने के लिए एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) और नए हवाई अड्डे बनाए जाएंगे. एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह वर्तमान और 28वें वायु सेनाध्यक्ष हैं. उन्होंने 30 सितंबर 2024 को सीएएस के रूप में पदभार संभाला है. इनसे पहले एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी वायु सेनाध्यक्ष थे.

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