मुझे नहीं लगता चुनाव शांतिपूर्ण होगा…अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जताई चिंता

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नवबंर में होने वाले चुनावों को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, उन्हें चिंता है कि अगर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हार गए तो वे क्या करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि नवंबर का चुनाव शांतिपूर्ण होगा या नहीं, कुछ कह नहीं सकते. क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि नतीजों में धांधली हो सकती है.
अमेरिका में अगले महीने राष्ट्रपति पद को लेकर चुनाव होने हैं. इस बार मैदान में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हैं.
चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष
दरअसल राष्ट्रपति के रूप में 1,080 दिनों के बाद, जो बाइडेन ने शुक्रवार को पहली बार व्हाइट हाउस ब्रीफिंग रूम में आने और सवालों के जवाब देने का फैसला किया. इस दौरान पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होगा. लेकिन मुझे नहीं पता कि यह शांतिपूर्ण होगा या नहीं.
ट्रंप की बातें बेहद खतरनाक
जो बाइडेन ने कहा कि चुनाव को लेकर ट्रम्प ने जो बातें कही हैं, और जो बातें उन्होंने पिछली बार तब कही थीं जब उन्हें चुनाव का नतीजा पसंद नहीं आया था, वे बहुत खतरनाक थीं. वहीं शुक्रवार को बाइडेन सरकार की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार नियोक्ताओं ने पिछले महीने 254,000 नौकरियां जोड़ीं और बेरोजगारी दर 4.1 प्रतिशत तक कम हो गई.
फर्जी नौकरियों की रिपोर्ट
इस पर आर-फ्ला. के सीनेटर मार्को रुबियो ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, बाइडेन-हैरिस सरकार से एक और फर्जी नौकरियों की रिपोर्ट सामने आई. लेकिन ये लोग आर्थिक आपदा से जूझ रहे लोगों को मूर्ख नहीं बना पाएंगे. नौकरियों की रिपोर्टें वैध हैं और इसने अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूत स्थिति को सीमित कर दिया है. विकास ठोस बना हुआ है, भले ही मुद्रास्फीति दर 2022 में चार दशक के उच्चतम स्तर से गिरकर 2.5 प्रतिशत की वार्षिक दर पर आ गई है.
आर्थिक विकास की तुलना में उपभोक्ता विश्वास कमजोर रहा है, यह एक संकेत है कि बहुत से लोग अभी भी नई नौकरियों और मुद्रास्फीति संख्याओं में देखी गई ताकत को महसूस नहीं करते हैं. लेकिन बाइडेन ने इस बात पर जोर दिया कि वह ट्रम्प के मेक अमेरिका ग्रेट अगेन आंदोलन के समर्थकों के मिथ्याकरण के निराधार दावों के बावजूद वैध डेटा पर काम कर रहे थे.
रिपब्लिकन को कुछ भी पसंद नहीं
बाइडेन ने कहा कि यदि आप ध्यान दें, तो एमएजीए रिपब्लिकन को जो कुछ भी पसंद नहीं है उसे वे नकली कहते हैं. नौकरी संख्याएं वही हैं, वे वास्तविक हैं. राष्ट्रपति ने 15 जनवरी तक पूर्वी और खाड़ी तट के बंदरगाहों पर 45,000 डॉकवर्कर्स की हड़ताल को निलंबित करने के लिए गुरुवार को हुए समझौते पर भी प्रकाश डाला, जिससे एक नया अनुबंध करने का प्रयास करने का समय मिल गया.
मिडिल ईस्ट में युद्ध की आहट तेज
फिर भी, बाइडेन के लिए चुनौतियां बनी हुई हैं क्योंकि राष्ट्रपति के रूप में उनके अंतिम महीनों में मिडिल ईस्ट में व्यापक युद्ध का जोखिम शामिल है. चूंकि हमास ने लगभग एक साल पहले इजराइल पर हमला किया था, इसलिए इजराइल ने गाजा क्षेत्र पर बमबारी करके जवाबी कार्रवाई की है, जिससे मानवाधिकारों की चिंता बढ़ गई है. साथ ही हिजबुल्लाह नेताओं की हत्या और लेबनान में हवाई हमले शुरू हो गए हैं. मंगलवार को ईरान ने इज़राइल में कम से कम 180 मिसाइलें दागीं. अब इजराइल के जवाबी कार्रवाई को लेकर चिंताएं हैं, जिससे संघर्ष और गहरा हो सकता है.
चुनाव न लड़के के फैसले पर पुनर्विचार
बाइडन ने शुक्रवार को कहा, इजरायलियों ने अभी तक यह नहीं सोचा है कि वो ईरान पर हमले को लेकर क्या करने जा रहे हैं. इस पर चर्चा चल रही है. मुझे लगता है कि अगर मैं उनकी जगह होता, तो मैं तेल क्षेत्रों पर हमले के अलावा अन्य विकल्पों के बारे में सोच रहा होता. वहीं जैसे ही बाइडेन कमरे से बाहर निकलने लगे, उनसे पूछा गया कि क्या वह दौड़ से बाहर होने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करेंगे. इस पर बाइडेन ने अपना सिर झुकाया और मुस्कुराए.

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