ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट इंडस्ट्री के लिए पीएलआई स्कीम का विस्तार, सरकार ने दी मंजूरी
सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम में ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के विस्तार को मंजूरी दे दी है। यह विकास इस क्षेत्र पर दूरगामी प्रभाव डालने के लिए तैयार है, जिससे निर्माताओं को बहुत जरूरी बढ़ावा मिलेगा और देश की आर्थिक वृद्धि में योगदान मिलेगा।
प्रोत्साहनों के माध्यम से विकास को बढ़ावा देना
विस्तारित पीएलआई योजना के तहत, ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग दोनों को घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के उद्देश्य से कई प्रोत्साहनों का आनंद मिलता रहेगा। इन क्षेत्रों में विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता योजना की विस्तारित समयसीमा में स्पष्ट है, जिससे प्रमुख खिलाड़ियों के लिए निरंतर समर्थन सुनिश्चित किया जा सके।
विस्तारित पीएलआई योजना की मुख्य विशेषताएं
अवधि विस्तार: सरकार ने ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग के लिए पीएलआई योजना को बढ़ा दिया है, जिससे निर्माताओं को प्रोत्साहनों को भुनाने के लिए लंबी समय सीमा की पेशकश की गई है। यह विस्तार निरंतर वृद्धि और विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए एक रणनीतिक कदम है।
वित्तीय प्रोत्साहन: योजना में भाग लेने वाले निर्माताओं को उनके उत्पादन मात्रा से जुड़े वित्तीय प्रोत्साहन से लाभ होगा। यह दृष्टिकोण बढ़े हुए विनिर्माण उत्पादन को प्रोत्साहित करने और क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता: घरेलू ऑटो उद्योग का समर्थन करके, सरकार का लक्ष्य इसकी वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना है। यह कदम व्यापक आर्थिक उद्देश्यों के अनुरूप है और भारत को अंतरराष्ट्रीय ऑटोमोटिव बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित करता है।