बच्चों को गोद में लेते वक्त ज्यादातर लोग करते हैं ये कॉमन गलतियां
जन्म के बाद कम से कम 6 से 8 महीने तक बच्चे हर चीज को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं. इस दौरान बच्चों की इम्यूनिटी भी मजबूत नहीं होती है और उनकी मांसपेशियां व त्वचा भी काफी नाजुक होती है. इसलिए इस दौरान छोटी से छोटी बात को ध्यान में रखने की जरूरत होती है. लोग लाड़-प्यार में एक्साइटेड हो जाते हैं और बच्चों को गोद लेते वक्त कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं जो शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं. इसलिए चाहे माता-पिता खुद बच्चे को गोद में ले रहे हो या फिर किसी और को गोद में देना हो कुछ बातों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए.
छोटे बच्चों को गोद लेना, उन्हें प्यार करना किसे पसंद नहीं होता है, इसलिए जब किसी के घर में न्यूबॉर्न होता है तो लोग काफी खुश रहते हैं और हर कोई शिशु के लाड-प्यार जताना चाहता है. हालांकि सबसे पहले बच्चे की सेफ्टी जरूरी होती है तो चलिए जान लेते हैं कि वो कौन सी कॉमन मिस्टेक हैं जो बच्चे को गोद लेते वक्त ज्यादातर लोग करते हैं और इससे कैसे नुकसान हो सकता है.
हाथों को सैनेटाइज न करना
ज्यादातर लोग ये गलती करते हैं कि बच्चे को गोद में उठाते वक्त हाथों को प्रॉपर साफ नहीं करते हैं, जिससे उन्हें संक्रमण लगने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए बच्चे को जब भी गोद में लें तो हाथों को या तो साबुन से अच्छी तरह धोएं या फिर सेनेटाइज करना चाहिए. वहीं अगर बाहर से आए हैं तो हाथ-पैर मुंह को अच्छी तरह साफ करने के बाद कपड़े चेंज करके ही बच्चे को गोद में उठाना चाहिए.
बच्चे को होंठों पर चूमना
माता-पिता से लेकर अन्य लोगों को भी ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे के होंठों पर न चूमे. इससे किसी भी इंफेक्शन के फैलने की संभावना सबसे ज्यादा होती है. बच्चे को प्यार करना ही है तो उसके माथे को चूम सकते हैं. सर्दी-जुकाम, बुखार, जैसी दिक्कतें हैं या कोई और ऐसी हेल्थ प्रॉब्लम है जिससे संक्रमित होने का डर है तो बच्चे को गोद लेना अवॉइड करना चाहिए.
गोद में उठाते वक्त इस बात का रखें ध्यान
6 महीने तक के बच्चों की हड्डियां और मांसपेशियां काफी नाजुक होती हैं, इसलिए उन्हें गोद में उठाते वक्त गर्दन और कंधों को खासतौर पर सपोर्ट देने की जरूरत होती है. कुछ लोग बच्चों को आर्मपिट (बगल) के पास से पकड़कर उठाते हैं, इससे बच्चे को दिक्कत हो सकती है. इसलिए जब भी बच्चे को गोद में उठाएं तो एक हाथ पीठ और कमर की सपोर्ट में रखें तो वहीं दूसरा हाथ गर्दन के नीचे लगाएं और आराम से बच्चे को उठाकर गोद में लिटाएं.
बच्चों को उछालकर खिलाना
अक्सर लोग ये गलती करते हैं कि बच्चे को उछाल-उछालकर गोद में पकड़ते हुए खिलाते हैं, लेकिन ये गलती कई बार भारी पड़ सकती है. बच्चा चाहे 6 महीने का हो या फिर एक से डेढ़ दो साल का. उसे कभी भी उछालते वक्त हाथों से नहीं छोड़ना चाहिए, क्योंकि जरा सी चूक भी बच्चे के लिए काफी नुकसानदायक हो सकती है.