जिस आतंकवाद का साथ देता है चीन अब उसी से मिले जख्म तो सहम गया, उठाना पड़ा ये कदम

चीन से गहरी दोस्ती का पाकिस्तान को खूब लाभ मिलता है. भारत से दुश्मनी और अपने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के चलते चीन पाकिस्तान को हर तरीके से मदद कर रहा है. फिर चाहे आर्थिक नजरिए से हो या कूटनीतिक. चीन पाकिस्तान के अंदर रोड, डैम, बिजली, इंफ्रास्ट्रक्चर आदि से जुड़े कई प्रोजेक्ट चला रहा है. लेकिन बदले में पाकिस्तान से उसे कई जख्म मिल रहे हैं. जिसे लेकर चीन अलर्ट हो गया है.
कराची में रविवार को हुए एक घातक आत्मघाती बम विस्फोट हुआ था जिसमें दो चीनी नागरिक मारे गए थे. इसके बाद चीन ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान के दो पश्चिमी प्रांतों की यात्रा न करने की चेतावनी दी है. ये चेतावनी इस्लामाबाद में मौजूद चीन के राजदूत की तरफ से जारी हुई है.
SCO समिट से पहले हुआ हमला
यह हमला अगले हफ्ते होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन से ठीक पहले हुआ और इसकी जिम्मेदारी अलगाववादी मिलिशिया बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है. कराची में चीनी नागरिकों के खिलाफ यह पहला हमला नहीं है, BLA ने ही अप्रैल 2022 में एक आत्मघाती बम विस्फोट में तीन चीनी टीचरों और उनके पाकिस्तानी ड्राइवर की हत्या कर दी थी.
चीन ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और पाकिस्तान से दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने का आग्रह किया है.
पाकिस्तान के लिए शर्मनाक पल
चीन-पाकिस्तान संबंधों पर करीबी नजर रखने वाले वरिष्ठ पाकिस्तानी राजनेता मुशाहिद हुसैन सईद ने हमले पर सोशल मीडिया पर पर लिखा, “यह कितनी शर्मनाक बात है कि पाकिस्तान में सफर करने के खतरों को लेकर चेतावनी दी जा रही है और ये वाशिंगटन या लंदन से नहीं, बल्कि हमारे पड़ोसी और रणनीतिक साझेदार बीजिंग से आ रहा है.”
उन्होंने कहा, “चीन ने संघर्षग्रस्त नाइजीरिया और कांगो में बहुत बड़ा निवेश किया है, लेकिन वहां हमारे देश की तरह 5 सालों में 6 घटनाओं में 19 चीनी इंजीनियरों और तकनीशियनों की हत्याएं नहीं हुई.”
सईद ने मौजूदा सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह देश में सक्रिय आतंकवादियों से निपटने की बजाए विपक्ष के प्रदर्शनकारियों पर ज्यादा ध्यान दे रही है.

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