अगर आपको भी लगता है डर तो हो सकते हैं क्लॉस्टेरोफोबिया के शिकार, चेक करें आप में भी तो नहीं हैं ये लक्षण
बिग बॉस 17 के मंगलवार के एपिसोड में एक एंग्जाइटी डिसऑर्डर क्लॉस्टेरोफोबिया चर्चा में रहा. अंकिता लोखंडे को ये कहते हुए पाया गया कि सुशांत सिंह राजपूत को भी क्लॉस्टेरोफोबिया था.
वहीं एक अन्य कंटेस्टेंट अभिषेक कुमार ने दावा किया कि उन्हें क्लॉस्टेरोफोबिया है. क्लॉस्टेरोफोबिया क्या होता है और यदि किसी को इस तरह की एंग्जाइटी की सेहत से जुड़ी समस्या है तो उसे कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए, यहां हम जानेंगे.
क्या है क्लॉस्टेरोफोबिया
कई बार यह देखा जाता है कि एमआरआई मशीन, छोटे कमरे या लिफ्ट जैसी जगहों पर जाने में कुछ लोगों को डर महसूस होता है. वहां उन्हें घुटन होने लगती है. इसी मानसिक स्थिति को क्लॉस्टेरोफोबिया कहते हैं. ऐसी स्थिति में पैनिक अटैक तक आ सकता है. इसमें तेज पसीना आना, शरीर में कंपकंपी, घबराहट, गला सूखना, सर दर्द और कई बार बेहोशी की स्थिति का सामना करना पड़ता है.
ये हैं लक्षण
एयरोप्लेन या लिफ्ट में आपको भी अगर डर लगता है, तो यह क्लॉस्टेरोफोबिया हो सकता है. किसी बंद स्थान, जैसे लिफ्ट या छोटे कमरे में जाने पर घबराहट महसूस हो या उसके बाद पैनिक अटैक आए तो इसे हल्के में ना लें. यह एक तरह का एंग्जाइटी डिसऑर्डर है. इसे क्लॉस्टेरोफोबिया कहते हैं. इसके लिए थेरेपी लेने की आवश्यकता है.