बागी और अंतरकलह बनी वजह! हरियाणा में हार पर कांग्रेस की समीक्षा बैठक

हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद गुरुवार को कांग्रेस के पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के शीर्ष नेताओं ने समीक्षा बैठक की और अप्रत्याशित नतीजों के संभावित कारणों को जानने की कोशिश की. समीक्षा बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, एआईसीसी महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल, चुनाव के लिए एआईसीसी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक अशोक गहलोत और अजय माकन के साथ-साथ राज्य के एआईसीसी सचिवों ने भाग लिया. एआईसीसी के राज्य प्रभारी दीपक बाबरिया ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए.
बैठक में पार्टी इस निष्कर्ष पर पहुंची कि कांग्रेस पार्टी हरियाणा के नतीजों को स्वीकार नहीं करती. सभी सर्वे रिपोर्टों और ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के जीतने का पूर्वानुमान था. इसके आलावा कांग्रेस की हार की बड़ी वजह कांग्रेस के बागियों का चुनावी मैदान में होना. नेतृत्व ने आपसी गुटबाजी और पार्टी हित से उपर निजी हित को तवज्जो देने की बात कही.
समीक्षा बैठक में कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन ने सीट वाइस डाटा देकर बताया कि कहां किस सीट पर पार्टी किस कारण से चुनाव हारी. बैठक में ये भी कहा गया की एक दर्जन सीटों पर पार्टी सिर्फ अपने द्वारा प्रायोजित बागी उम्मीदवारों की वजह से चुनाव हारी.
फैक्ट फाइंडिंग कमिटी गठन करेगी कांग्रेस
बैठक में नेतृत्व ने ये तय किया की पार्टी तुरंत एक फैक्ट फाइंडिंग कमिटी का गठन कर अगले कुछ दिनों में एक एक प्रत्याशी से बात कर अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपेगी, जिसके बाद जरूरी कारवाई की जाएगी.

आज की समीक्षा बैठक के लिए पहले भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को बुलाना तय किया गया था. लेकिन आखरी वक्त में फैसला किया गया की फैक्ट फाइंडिंग कमिटी ही अब हरियाणा के नेताओं से बात करेगी.
एग्जिट पोल से उलट आए नतीजे
वहीं, बैठक के बाद अजय माकन ने बताया कि हरियाणा चुनाव परिणामों पर पार्टी की समीक्षा बैठक हुई. उन्होंने कहा कि जैसा किजनमत सर्वेक्षणों और एग्जिट पोल ने दिखाया था, परिणाम उसके अनुकूल नहीं थे. परिणाम पूरी तरह से अप्रत्याशित थे. वास्तविक परिणामों और एग्जिट पोल में बहुत अंतर था.
उन्होंने कहा कि उन लोगों ने चर्चा की कि इस तरह के परिणाम के क्या कारण हो सकते हैं? वे लोग हम इस पर आगे उचित कदम उठाएंगे.यह पूछे जाने पर कि क्या अंदरूनी कलह से पार्टी को नुकसान पहुंचा? माकन ने इसके जवाब में कहा कि इसके कई कारण हो सकते हैं. चुनाव आयोग से लेकर आंतरिक मतभेद तक उन लोगों ने हर पहलु पर चर्चा की. हालांकि वे लोग एक या डेढ़ घंटे में सब कुछ चर्चा नहीं कर सकते हैं. भविष्य में भी इस पर चर्चा होगी.

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