गौतम गंभीर का करीबी नहीं है ये खिलाड़ी, क्या इसलिए नहीं मिल रहा मौका?
बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज में टीम इंडिया ने वरुण चक्रवर्ती को मौका दिया. ये मिस्ट्री स्पिनर पूरे 3 साल बाद टीम में वापस आया है और इस खिलाड़ी ने 2 मैचों में 5 विकेट भी झटक लिए हैं. इस बीच पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने एक बड़ा सवाल उठाया है कि अगर वरुण चक्रवर्ती को 33 साल की उम्र में टीम इंडिया में मौका मिल सकता है तो फिर युजवेंद्र चहल के साथ ऐसा क्यों नहीं हो सकता. आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘अगर वरुण चक्रवर्ती 33 की उम्र में टीम में हो सकते हैं तो युजी चहल क्यों नहीं. आपने चहल को वर्ल्ड कप टीम में सेलेक्ट किया लेकिन आपने उन्हें मौका नहीं दिया. उन्होंने कुछ गलत नहीं किया.’
क्या चक्रवर्ती को गंभीर का करीबी होने का फायदा?
आकाश चोपड़ा की बात तो बिल्कुल सही नजर आती है. लेकिन यहां एक सवाल ये है कि आखिर चक्रवर्ती की वापसी क्यों और कैसे हुई है. चक्रवर्ती पिछले तीन सालों से टीम इंडिया से बाहर थे. फिर गौतम गंभीर टीम इंडिया के हेड कोच बनते हैं और अचानक चक्रवर्ती की टीम इंडिया में वापसी हो जाती है. चक्रवर्ती की वापसी गौतम गंभीर से जोड़कर इसलिए देखा जा सकता है क्योंकि ये खिलाड़ी केकेआर के लिए खेलता है. गौतम गंभीर केकेआर के मेंटॉर थे और वो चक्रवर्ती को काफी ज्यादा रेट करते हैं. मुमकिन है कि उनके कहने के बाद ही चक्रवर्ती को टीम में चुना गया हो.क्योंकि टीम इंडिया में वापसी के लिए घरेलू क्रिकेट में चक्रवर्ती ने ऐसा कोई प्रदर्शन नहीं किया जिसके बाद उन्हें चुना गया.
चक्रवर्ती से फायदा तो हुआ है
वैसे तो चक्रवर्ती ने वापसी के बाद से महज 2 ही मैच खेले हैं. लेकिन उनकी गेंदबाजी को देख ये तो साफतौर पर लगा कि ये खिलाड़ी टी20 के लिए बना हुआ है. चक्रवर्ती ने 2 मैचों में 5 विकेट लिए हैं और बड़ी बात ये है कि उन्होंने 8 ओवर में 50 ही रन खर्च किए हैं. यानि उनका इकॉनमी रेट जबरदस्त है. चहल इकॉनमी रेट के मामले में मात खाते हैं लेकिन वो भी बड़े विकेट-टेकर रहे हैं और उन्हें मौका मिलना जरूरी है.