फ्रांस ने भारत में एक प्रिय मित्र खो दिया…रतन टाटा के निधन पर बोले राष्ट्रपति मैक्रों

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को प्रसिद्ध भारतीय उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की. मैक्रों ने अपने भावपूर्ण संदेश में कहा कि फ्रांस ने भारत से एक प्रिय मित्र खो दिया है. एक्स पर एक पोस्ट में मैक्रों ने तारीफ करते हुए कहा कि रतन टाटा के दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत और फ्रांस में इनोवेशन और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में उद्योगों को बढ़ावा देने में योगदान दिया.
अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए मैक्रों ने कहा कि मैं उनके प्रियजनों के साथ-साथ भारत के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. उन्होंने कहा कि टाटा की समाज की बेहतरी के लिए आजीवन प्रतिबद्धता को प्रशंसा और सम्मान के साथ याद किया जाएगा.
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई
रतन टाटा का अंतिम संस्कार गुरुवार शाम को मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. इसमें, उनकी सौतेली मां सिमोन टाटा और करीबी सहयोगी शांतनु नायडू समारोह में शामिल हुए.
वैश्विक नेताओं ने अर्पित की श्रद्धांजलि
रतन टाटा के निधन पर वैश्विक नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की है और उनके दूरदर्शी नेतृत्व, परोपकारी प्रयासों और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर उनके स्थायी प्रभाव पर चर्चा की. टाटा समूह और टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा का 9 अक्टूबर, 2024 को निधन हो गया, और वे अपने पीछे बड़ी व्यावसायिक विरासत छोड़ गए.
पद्म विभूषण से सम्मानित
रतन टाटा 1991 से 2012 में अपनी सेवानिवृत्ति तक टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के अध्यक्ष थे. फिर उन्हें टाटा संस का मानद अध्यक्ष नियुक्त किया गया. उन्हें 2008 में देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. उनके नेतृत्व में, टाटा समूह ने जगुआर लैंड रोवर और टेटली जैसे प्रतिष्ठित ब्रांडों का अधिग्रहण करते हुए वैश्विक स्तर पर विस्तार किया.

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