ईशान किशन-पृथ्वी शॉ के साथ ये दिग्गज भी हुआ फ्लॉप, रणजी ट्रॉफी में नहीं चला बल्ला, ऐसे कैसे टीम इंडिया में होगी वापसी

रणजी ट्रॉफी के साथ भारत के नए घरेलू सीजन की शुरुआत हो चुकी है. पहले राउंड में एलिट ग्रुप की 38 टीमें हिस्सा ले रही हैं. इसमें कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जो टीम इंडिया में वापसी के लिए अपना रास्ता बनाने के लिए खेल रहे हैं. इसमें विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन, पृथ्वी शॉ और चेतेश्वर पुजारा का नाम शामिल है. इन तीनों के लिए रणजी ट्रॉफी एक बड़ा मौका है. हालांकि, इनकी शुरुआत अच्छी नहीं हुई है. पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद दूसरे दिन का खेल जारी है. इस दौरान इन्हें बैटिंग करने का मौका मिला लेकिन अपनी पहली ही पारी में ये सभी फ्लॉप हो गए. इनमें से कोई भी खिलाड़ी बड़ी पारी नहीं खेल सका. ऐसे में पहली पारी से ही ईशान, शॉ और पुजारा के कमबैक पर सवाल खड़े हो गए हैं.
रणजी की पहली पारी में नहीं चला बल्ला
ईशान किशन करीब 11 महीने से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. बीसीसीआई की बात मानते हुए उन्होंने घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा लेना शुरू कर दिया है. लेकिन अभी तक बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं कर सके हैं. वह लगातार प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं. दलीप ट्रॉफी की 4 में से 3 पारियों में किशन ने कोई बड़ी पारी नहीं खेली थी. इस दौरान सिर्फ एक शतक लगाया था. वहीं ईरानी कप में भी वह सिर्फ 38 रन बना सके थे. अब झारखंड की कप्तानी कर रहे किशन असम के खिलाफ पहली पारी में सिर्फ 21 रन बनाकर आउट हो गए.
दूसरी ओर पृथ्वी शॉ करीब 3 साल से टीम इंडिया से बाहर हैं. 6 साल पहले टेस्ट डेब्यू कर चुके शॉ अब तक केवल 5 टेस्ट मैच खेल सके हैं. ईशान की तरह वह भी अनुशासन तोड़ने की वजह से बाहर हुए थे. हालांकि, अब वह टीम इंडिया में कमबैक के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने हाल ही में इंग्लैंड की काउंटी क्रिकेट में हिस्सा लिया था लेकिन वह लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके थे. हालांकि, उन्होंने ईरानी कप में 76 रन की पारी खेलकर छोटी सी उम्मीद जगाई थी. लेकिन रणजी ट्रॉफी की पहली पारी में उनका बल्ला फिर खामोश रहा. बड़ौदा के खिलाफ मुंबई के लिए ओपनिंग करते हुए वह सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हो गए. हार्दिक पंड्या के भाई क्रुणाल पंड्या ने उनका विकेट चटकाया.
ऑस्ट्रेलिया दौरे का हीरो भी रहा फ्लॉप
चेतेश्वर पुजारा भी करीब 1 साल से टीम इंडिया से बाहर हैं और जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. लेकिन रणजी ट्रॉफी के पहली पारी में वह भी फ्लॉप हो गए. सौराष्ट्र के लिए खेलते हुए पुजारा सिर्फ 16 रन बना सके. उन्हें तमिलानाडु के स्पिनर साई किशोर ने बोल्ड कर दिया. बता दें 2020-21 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई थी. पुजारा रन बनाने के मामले में टॉप-4 बल्लेबाजों में शामिल थे. उन्होंने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के दौरान कुल 271 रन बनाए थे. लेकिन उससे भी बड़ी बात ये थी कि इसके लिए उन्होंने 928 गेंदों का सामना किया था, जो टीम इंडिया की जीत में बड़ा फैक्टर था. वह 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के बाद से कोई टेस्ट मैच नहीं खेल पाए हैं.

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