पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में यात्री वाहन पर ताबड़तोड़ फायरिंग, 11 की मौत; 6 घायल
पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. शनिवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने एक यात्री वाहन पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. इसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि छह अन्य घायल हो गए. कुर्रम के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) जाविदुल्ला महसूद ने बताया कि बंदूकधारियों ने अफगानिस्तान की सीमा से लगे कुर्रम जिले के कंज अलीजई इलाके में यात्री वाहन पर घात लगाकर हमला किया. हमलावरों ने वाहन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिसमें 11 यात्री मारे गए और एक महिला समेत छह अन्य घायल हो गए.
उन्होंने कहा कि कानून प्रवर्तन कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है तथा भाग रहे आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया.
उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी समूह ने हत्याओं की जिम्मेदारी नहीं ली है. अस्पताल और स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले के कुंज अलीजई इलाके में गोलीबारी की घटनाओं में कम से कम 11 लोग मारे गए और आठ घायल हो गए.
पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर स्थित है कुर्रम जिला
कुर्रम के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) ने कहा कि पाक-अफगान सीमा के पास कुंज अलीजई पहाड़ों और वहां की सड़कों पर गोलीबारी हुई. जिला मुख्यालय अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक मीर हसन ने बताया कि कुल नौ घायल लोगों को अस्पताल लाया गया था, जिनमें से एक की मौत हो गई, जबकि बाकी का इलाज चल रहा है.
डीसी महसूद ने कहा कि कुर्रम में प्रवेश और निकास मार्गों को सुरक्षित बनाने और क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. पूर्व एमएनए और जिरगा सदस्य पीर हैदर अली शाह ने कहा कि अशांति की नवीनतम घटना “दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि जिरगा सदस्य जनजातियों के बीच शांति समझौते के लिए पहले से ही वहां मौजूद थे.
अफगानिस्तान सीमा से सटे इलाकों में हिंसा
पिछले महीने, भूमि विवाद को लेकर कई दिनों तक चली हिंसा में कम से कम 46 लोग मारे गए थे और 91 घायल हो गए थे. जुलाई में हुई पिछली झड़पों में भी 49 लोगों की मौत हुई थी. सितंबर में जिला प्रशासन ने दो प्रतिद्वंद्वी जनजातियों के बीच बातचीत को आसान बनाने के लिए एक स्थानीय जिरगा की मदद ली थी. केपी सरकार ने भूमि विवादों को सुलझाने के लिए एक भूमि आयोग का भी गठन किया है