मकर संक्रांति पर काले या सफेद कौन से तिल का करें दान, जानें – किस तिल के दान का क्या महत्व है?
हिंदुओं का साल का सबसे पहला त्योहार माने जाने वाले त्योहार मकर संक्रांति का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य उत्तर दिशा में गमन करते हैं. मकर संक्रांति के दिन से ही खरमास खत्म हो जाता है और मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं. मकर संक्रांति के दिन किए जाने वाले दान को विशेष शुभ फलदायक माना जाता है. इसलिए इस दिन दान का विशेष महत्व है. लोग इस दिन बढ़ चढ़कर दान करते हैं और पुण्य कमाते हैं. इस दिन किए जाने वाले दान में तिल एक ऐसी चीज है जिसका दान आवश्यक माना जाता है. मकर संक्रांति पर तिल दान करने की विशेष महिमा है.
मान्यता है, मकर संक्रांति के दिन किये जाने वाले स्नानदान का फल कई गुना बढ़ जाता है और जीवन में सुख समृद्धि आती है. इसलिए मकर संक्रांति के दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और उसके बाद पूजा पाठ करके दान योग्य वस्तुओं का दान करते हैं. इस दान में तिल का खास महत्व होता है.
कौन से तिल का करें दान?
तिल दो तरह के होते हैं, सफेद तिल और काले तिल. ज्यादातर लोग मकर संक्रांति पर सफेद तिल का दान करते हैं. मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति पर काले तिल का दान करना काफी शुभ माना जाता है. इसलिए इस दिन काले तिल का दान जरूर करना चाहिए.
काले तिल को शनिदेव से संबंधित माना जाता है. शनिदेव भगवान सूर्य के पुत्र हैं. इसलिए इन दोनो देवताओं की प्रसन्नता के लिए जल में काले तिल डालकर भगवान सूर्य को वो जल अर्पित किया जाता है. मान्यता है ऐसा करने से सूर्य देव के साथ साथ शनि देव की भी कृपा बनी रहती है.
सफेद तिल भी कर सकते हैं दान
मकर संक्रांति पर वैसे तो काले तिल का ही ज्यादा महत्व माना जाता है. पर काले तिल के अभाव में सफेद तिल का दान भी किया जा सकता है. सफेद तिल भगवान सूर्य से संबंधित माने जाते हैं. इसलिए इस दिन सफेद तिल का दान करने से भगवान सूर्य की कृपा बरसती है और घर में सुख समृद्धि आती है.