संस्कृति से रूबरू करते हैं सर्दियों में होने वाले भारत के ये पांच अनोखे फेस्टिवल
हमारा देश भारत सांस्कृतिक और प्राकृतिक विविधताओं से भरा पड़ा है. इसलिए यहां त्योहारों और परंपराओं का अनूठा संगम देखने को मिलता है. यही बात भारत को खास बनाती है. विविधताओं से भरी संस्कृति और यहां की भौगोलिक स्थिति विदेशी लोगों को भी आकर्षित करती है. हमारे देश धार्मिक आधार पर तो त्योहार मनाए ही जाते हैं, इसके अलावा कई राज्यों में सर्दियों में खास तरह के फेस्टिवल भी सेलिब्रेट किए जाते हैं. जिनमें शामिल होना किसी के लिए भी यादगार रहेगा. इसी के साथ देश के अलग-अलग कल्चर को जानने का भी ये अच्छा मौका होता है. आप भी इन फेस्टिवल का हिस्सा बन सकते हैं और सर्दियों को जमकर एंजॉय कर सकते हैं.सर्दी के दिनों में रजाई में दुबके रहने की बजाय आप आप विंटर स्पेशल इन सांस्कृतिक त्योहारों में शामिल हो सकते हैं. इसी के साथ आप उन जगहों को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं तो चलिए जान लेते हैं कि वो कौन सी जगहें हैं जहां पर सर्दियों में फेस्टिवल्स का आयोजन किया जाता है.
रण उत्सव, गुजरात
कच्छ नहीं घूमा तो क्या घूम, जरा कुछ दिन तो गुजारिए गुजरात में. भारत का गुजरात राज्य गांधी जी की जन्म स्थली होने से लेकर कला, मेला, शिल्प, व्यापार, स्वाद, त्योहार, पहनावे से लेकर कई मायनों में खास है और जो गुजरात जाए उसे एक बार कच्छ जरूर देखना चाहिए. सर्दियों में यहां पर रण उत्सव का आयोजन किया जाता है, जहां पर परांपारिक मनमोहक लोक नृत्य जैसे गरबा, डांडिया का आनंद उठाया जा सकता है. इसके अलावा यहां पर आपको हस्तशिल्प की चीजें देखने और पाक गुजरात के पारंपरिक व्यंजनों उंधियू, ढोकला, आदि का स्वाद भी ले सकते हैं. इसके अळावा रात में आसमान में चमकते तारों को निहारना शांति से भर देने वाला एक्सपीरियंस रहेगा. रण कच्छ उत्सव नवंबर से मार्च के बीच चलता है.
हिमाचल विंटर कार्निवाल, शिमला, मनाली,
हिमाचल प्रदेश के मनाली, शिमला, और बाकी हिल स्टेशन सर्दियों में वैसे ही जन्नत बन जाते हैं और यहां पर टूरिस्टों की भीड़ लगी रहती है. फिलहाल आप यहां पर विंटर कार्निवाल में शामिल हो सकते हैं. जिसमें स्कीइंग कम्पटीशन, पैरग्राइडिंग, नुक्कड़ नाटक, पारंपरिक खानपान और हिमाचल की संस्कृति व विरासत को जानने का मौका भी मिलता है. यह एक बेहतरीन मौका है कि आप मनाली को विजिट करें. दिसंबर से फरवरी के बीच आप हिमाचल विंटर कार्निवाल में शामिल हो सकते हैं
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हॉर्नबिल महोत्सव कोहिमा नागालैंड
सर्दियों में आप नागालैंड के कोहिमा में होने वाला हॉर्निबिल महोत्सव में शामिल हो सकते हैं, जिसे त्योहारों के त्योहार के रूप में जाना जाता है. इस फेस्टिवल में आपको नागालैंड में बसने वाली जनजातियों की समृद्धि सांस्कृतिक विरासत को सेलिब्रेट करने का मौका मिलेगा. इस फेस्टिवल में आपको ट्रेडिशनल म्यूजिक, डांस, और गेम्स देखने को मिलेंगे. इसके अलावा अनोखा आदिवासी व्यंजनों का जायका भी लुभाएगा. आप यहां पर होने वाले सेलिब्रेशन जैसे लोक नृत्य, कुश्ती मैच, तीरंदाजी आदि में हिस्सा भी ले सकते हैं. इसलिए सर्दियों में इस फेस्टिवल को मिस न करें.
जैसलमेर मरुस्थल महोत्सव
सर्दियों में राजस्थान घूमना काफी सुखद अनुभव रहेगा. वहीं सर्दी के दिनों में राजस्थान के थार मरुस्थल में आयोजित होने वाले जैसलमेर रेगिस्थान महोत्व में शामिल होना शानदार एक्सपीरियंस रहेगा. इस महोत्सव में आप ऊंटों की दौड़, लोक संगीत और लोक नृत्य का आनंद उठाने के साथ ही कठपुतली शो भी देख सकते हैं. यहां पर सबसे आकर्षण की चीज हैं रंग-बिरंगी पोशाक में सजे हुए ऊंटों को लयबद्ध तरीके से ताल पर झूमते हुए देखना. इसके अलावा यहां पर पगड़ी बांधने जैसी कुछ अनूठी प्रतियोगिताएं भी होती हैं, जिनमें हिस्सा लिया जा सकता है. इसके अलावा राजस्ठान के ठेठ व्यंजनों का स्वाद लेना न भूलें. ये महोत्सव फरवरी में आयोजित होता है.
सोनपुर मेला, बिहार
गुलाबी ठंड यानी नवंबर से दिसंबर के बीच आप बिहार के सोनपुर में लगने वाले सोनपुर मेले में जा सकते हैं जो पूरे देश में फेमस है. वहीं एशिया का सबसे बड़ा पशुमेला सोनपुर मेले को कहा जाता है. इस मेले में विदेशी पर्यटक तक घूमने आते हैं और इसका इतिहास भी काफी पुराना है. गंडक और गंगा नदी के संगम पर लगने वाले इस मेले का हिस्सा बनना आपके लिए अनोखा एक्सपीरियंस होगा.