मूडीज ने किया गौतम अडानी का मूड खराब, निशाने पर आई 7 कंपनियां
गौतम अडानी के लिए भारत से अमेरिका तक हर जगह से बुरी खबर आ रही है. अब बैड न्यूज न्यूयॉर्क से आई है. रेटिंग एजेंसी मूडीज ने मंगलवार को अडानी की सात कंपनियों की साख को स्थिर से कम कर ‘नेगेटिव’ कर दिया है. मूडीज ने ऐसा करने के लिए ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी और अन्य पर कथित रूप से रिश्वत देने में शामिल होने के अभियोग लगाए जाने का हवाला दिया. फिच रेटिंग्स ने ग्रुप के कुछ बॉन्ड को नकारात्मक निगरानी में रखा है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मूडीज ने अडानी ग्रुप की किन कंपनियों को अपने निशाने पर लिया है.
इन कंपनियों को बनाया निशाना
मूडीज ने सभी सात कंपनियों – अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के दो सीमित प्रतिबंधित समूह, अडानी ट्रांसमिशन स्टेप-वन लिमिटेड, अडानी ट्रांसपोर्टेशन प्रतिबंधित समूह 1 (एईएसएल आरजी1), अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड और अडानी इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड की रेटिंग की पुष्टि की.
मूडीज ने कहा कि अमेरिका में अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के चेयरमैन गौतम अडानी और कई सीनियर मैनेज्मेंट अधिकारियों पर अमेरिकी अटॉर्नी ऑफिस के आपराधिक मामले में अभियोग लगाए जाने के कारण अडानी ग्रुप की वित्तपोषण तक पहुंच कमजोर हो सकती है और इसकी कैपिटल कॉस्ट बढ़ सकती है. मूडीज ने कहा कि यदि कानूनी कार्यवाही स्पष्ट रूप से बिना किसी नकारात्मक ऋण प्रभाव खत्म हो जाती है तो रेटिंग दृष्टिकोण को स्थिर में बदला जा सकता है.
फिच भी कर रहा है दो कंपनियों पर निगरानी
इसके अलावा, फिच ने अडानी एनर्जी और अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई की रेटिंग को नकारात्मक निगरानी सूची में डाल दिया. फिच ने कहा कि यह कॉरपोरेट प्रशासन संबंधी जोखिम को दर्शाता है, जो वित्तपोषण पहुंच और नकदी को प्रभावित कर सकता है. फिच ने कहा कि वह रेटिंग वाली यूनिट्स के वित्तीय क्षमता पर किसी भी प्रभाव के लिए जांच की निगरानी करेगी. रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि एईएसएल और एईएमएल के पास निकट अवधि के लिए पर्याप्त नकदी होगी, क्योंकि अगले 12-18 महीनों में कोई महत्वपूर्ण ऋण परिपक्वता नहीं है.