हारे तो EVM का रोना और जीते तो जीत कांग्रेस की… बीजेपी का एक और बड़ा हमला

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को ‘संविधान रक्षक अभियान’ को संबोधित किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि उन्हें (बीजेपी) ईवीएम अपने पास रखने दीजिए. हम ईवीएम नहीं, बैलेट पेपर से मतदान चाहते हैं. तब उन्हें पता चलेगा कि उनकी हालत क्या है और वो कहां खड़े हैं. खरगे के इस बयान के बाद से बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर है. कांग्रेस राज की याद दिलाने के साथ ही हालिया चुनाव में जहां-जहां कांग्रेस को जीत मिली है, उसको लेकर बीजेपी कांग्रेस पर हमले बोल रही है.
ताजा मामले में बीजेपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है. इसमें कांग्रेस के ही एक पोस्ट को लेकर बीजेपी ने हमला बोला है. कांग्रेस ने ये पोस्ट वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में प्रियंका गांधी की जीत पर किया था. इसको लेकर बीजेपी ने कहा, मीठा-मीठा गप-गप, कड़वा-कड़वा थू-थू. हारे तो ईवीएम का रोना शुरू और जीते तो जीत कांग्रेस की. ईवीएम नहीं, कांग्रेस की नीयत ही खराब है.

मीठा-मीठा गप-गप, कड़वा-कड़वा थू-थू।
हारे तो EVM का रोना शुरू और जीते तो जीत कांग्रेस की…
EVM नहीं, कांग्रेस की नीयत ही खराब है! pic.twitter.com/TyTqwiTm1P
— BJP (@BJP4India) November 28, 2024

खरगे ईवीएम की जगह राहुल को बदलने पर विचार करें
इससे पहले बीजेपी ने बुधवार को भी इस मामले पर कांग्रेस को घेरा था. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था, कांग्रेस को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ईवीएम की वजह से नहीं, नेतृत्व के खराब प्रबंधन से करारी हार मिली है. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे वोटिंग मशीन की जगह राहुल गांधी को बदलने पर विचार करें.
राहुल गांधी को लेकर मंगल ग्रह पर जा सकते हैं
संबित पात्रा ने कहा कि खरगे अगर इवीएम, चुनाव आयोग, ईडी, सीबीआई, न्यायपालिका और मोदी सरकार नहीं चाहते हैं तो राहुल गांधी को लेकर मंगल ग्रह पर जा सकते हैं. वहां खुशी से रह सकते हैं. ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाकर कांग्रेस नेता महाराष्ट्र चुनाव में हार पर अपनी हताशा निकाल रहे हैं.
आप आरबीएम की वजह से चुनाव हार गए हैं
संबित ने कहा, समस्या ईवीएम में नहीं, कांग्रेस के साथ है. ईवीएम ठीक है, राहुल खराब हैं. ईवीएम को नहीं, राहुल को बदलें. आप आरबीएम की वजह से चुनाव हार गए हैं. आरबीएम का मतलब है कि राहुल का बेकर प्रबंधन. ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाकर क्या आप यह कह रहे हैं कि झारखंड में जेएमएम की जीत कदाचार का नतीजा है और वो जीतने लायक नहीं हैं.

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