भारत ही नहीं ईरान में भी मनाया जाता है लोहड़ी जैसा त्योहार! जानिए इस खास पर्व के बारे में
लोहड़ी साल का सबसे पहला त्योहार है. लोहड़ी के तुरंत बाद पूरे भारत भर में मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है. बता दें कि लोहड़ी के त्योहार से ही देशभर में फेस्टिवल्स की शुरूआत हो जाती है. ये अग्नि को समर्पित ये पर्व पंजाब के अलावा हिमाचल, हरियाणा और दिल्ली में सेलिब्रेट किया जाता है. हालांकि, इस त्योहार के मौके पर पंजाब राज्य में सबसे ज्यादा धूम रहती है. यहां की लोहड़ी भी बेहद खास होती है.
शायद आपको भी ये जानकर हैरानी होगी कि ईरान में भी हुबहू लोहड़ी जैसा ही त्योहार मनाया जाता है. ईरान में भी रात के समय आग जलाकर मेवे अर्पित किए जाते हैं. लेकिन यहां इस त्योहार का नाम है चहार-शंबे सूरी. देखने में हुबहू से लोहड़ी की तरह ही लगता है.
चहार-शंबे सूरी है खास
चहार-शंबे सूरी नाम के त्योहार को ईरानी पारसी लोग मनाते हैं. गौर हो कि ईरान में साल के आखिरी मंगलवार को ये त्योहार मनाया जाता है, जिस दौरानरात को लोग अपने घरों के आगे आग जलाकर उसके ऊपर से कूदते हैं. यही नहीं, ईरानी लोग आग में मेवे डालते हुए गीत भी गाते हैं- ‘ऐ आतिश-ए-मुक़द्दस! ज़रदी-ए-मन अज़ तू सुर्ख़ी-ए-तू अज मन.’ इसका मतलब है कि- हे पवित्र अग्नि! हमारा निस्तेज पीलापन तू हर ले और अपनी जीवंत लालिमा से हमें भर दे.
अग्नि है पवित्र
दरअसल, ईरान और भारत में मनाया जाने वाले पर्व का नाम बेशक अलग-अलग है. दरअसल, भारत का त्योहार लोहड़ी और ईरान में मनाया जाने वाला पर्व चहार-शंबे सूरी दोनों ही नई ऋतु के स्वागत में धूमधाम से मनाया जाता है. इस त्योहार को मनाने का उद्देश्य अग्नि की ऊर्जा से भर जाने की कामना है. हालांकि, दोनों ही जगहों पर इसे मनाने की अलग-अलग परंपराएं हैं.
वैसे तो ईरान एक इस्लामी देश है लेकिन यहां के समाज ने अपनी अतीत की संस्कृति से नाता नहीं तोड़ा. यहां के लोग अग्नि को सबसे श्रेष्ठ और पूजनीय मानते हैं. खैर, तो ईरान में भी अग्नि को समर्पित त्योहार मनाया जाता है.