History Of Khichdi: आखिर कितने हजार साल पुराना है खिचड़ी का इतिहास, बादशाह अकबर भी थे शौकीन
पूरे भारत में मकर संक्रांति का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूर्व से लेकर पश्चिम तक- इस त्योहार को लोग उमंग और उम्मीद के साथ मनाते हैं.
हालांकि, देश के विभिन्न राज्यों में इसे अलग-अलग नामों से बुलाया जाता है. इस दिन खासतौर पर लोग अपने घरों में खिचड़ी बनाते हैं. यूं कहें कि मकर संक्रांति पर खिचड़ी बनाने की परंपरा बेहद पुरानी है.
शायद आपको जानकर भी हैरानी होगी कि 14वीं सदी में मोरक्को यात्री इब्नबतूता ने भी खिचड़ी का जिक्र किया है. वहीं, 15वीं सदी के रूसी यात्री अफानासी निकितिन ने भी इसके बारे में बताया है. तो आपको बता दें किखिचड़ी का चलन मुगल काल में और ज्यादा हो गया था. चलिए आज हम आपको खिचड़ी के इतिहास के बारे में बताते हैं.
क्या है खिचड़ी का इतिहास
माना जाता है कि खिचड़ी का इतिहास करीब 2000 साल पुराना है. माना जाता है कि भारत में खिचड़ी पिछले करीब दो हजार साल से खाई जाती है. उस दौरान भारत मुगलों के अधीन था, जिसकी वजह से भी उपमहाद्वीप में खिचड़ी प्रमुखता से बढ़ी. ये भी माना जाता है कि 1200 ईसा पूर्व में भी खिचड़ी खाई जाती थी. इस तथ्य के तो आर्कियोलॉजिकल सबूत भी मिले हैं.