कौन होते हैं लाइट स्लीपर? कहीं आपको तो नहीं है ये बीमारी
रात में सही से नींद न आने के कई कारण होते हैं. खराब लाइफस्टाइल, खानपान की गलत आदतें, मेंटल स्ट्रेस और फोन का अधिक यूज आपकी नींद में बाधा बनता है. आज के समय में नींद ठीक तरीके से न आना एक बड़ी परेशानी बन रही है.
कई लोग तो नींद की गोलियां तक खाते हैं. कुछ लोगों के साथ नींद की एक दूसरी समस्या भी होती है. इनकी नींद हल्की सी आहट से ही खुल जाती है. अगर, आपके साथ भी ऐसा होता है, तो इसका मतलब है कि आपकी नींद गहरी नहीं है. ये कोई आम बात नहीं बल्कि बीमारी का संकेत है. जो लोग इस तरह हल्की नींद लेते हैं उनको मेडिकल की भाषा में लाइट स्लीपर कहा जाता है. ऐसे लोग कई दूसरी बीमारियों का भी शिकार हो जाते हैं.
ऐसे में आपको जानना जरूरी है कि लाइट स्लीप की समस्या क्यों होती है और कहीं आप भी तो लाइट स्लीपर नहीं है? आइए इस बारे में एक्सपर्ट्स से जानते हैं.
क्यों होती है लाइट स्लीप
दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन डिपार्टमेंट के एचओडी प्रोफेसर डॉ. एल. एच घोटेकर बताते हैं कि लाइट स्लीप की परेशानी कुछ लोगों को बचपन से ही होती है. इसके होने का कारण स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन कई मामलों में मेंटल स्ट्रेस और नींद के दौरान दिमाग की ज्यादा एक्टिविटी इसका कारण हो सकती है. इस कारण गहरी नींद नहीं आती है और लोग हल्की आहट में ही उठ जाते हैं.