महाभाग्य योग’ कैसे है बनता यहां जानिए ज्योतिष शास्त्र में इसका महत्व
ज्योतिष शास्त्र (astrology tips) में योग का बहुत महत्व होता है. कुछ योग तो ऐसे हैं जिसमें जन्मा व्यक्ति राजयोग प्राप्त करता है इसमें से ही एक है महाभाग्य योग.
कैसे बनता है यह योग | How is this Mahabhagya yog formed?
महाभाग्य योग में जन्मा व्यक्ति बहुत भाग्यवान होता है. इस पर ईश्वर की विशेष कृपा होती है. जिसकी भी जन्मपत्री (Janmpatri) में यह योग होता है, वह व्यक्ति भाग्यशाली होता है. यह व्यक्ति असाधारण प्रतिभा का धनी होता है. यह जातक अपने कुल का नाम रोशन करते हैं. इस व्यक्ति को कभी भी जीवन में पैसे की तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है.
इस योग के बनने का नियम स्त्री और पुरुष दोनों के लिए अलग-अलग है. इस योग के लिए 4 स्थितियां होती हैं. पुरुष का जन्म दिन में जबकि स्त्री का रात में होना चाहिए. पुरुष का जन्म विषम लग्न में वहीं, स्त्री का जन्म सम राशि में होना चाहिए.
इस योग के फलदायी होने का सबसे प्रमुख कारण, सूर्य, चन्द्र एवं लग्न की एकरूपता है, इसलिए यह योग खास होता है. महाभाग्य योग में जन्मे लोग साफ चरित्र वाले, लोकप्रिय, दीर्घजीवी एवं शासन, प्रशासन में उच्च पद-प्रतिष्ठा पर होते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)