क्या होती है ‘हलवा सेरेमनी’, जिसे निर्मला सीतारमण ने कर दिया था रद्द
इस साल देश में अंतरिम बजट पेश होना है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का ये पहला अंतरिम बजट होगा, जिसे 1 फरवरी 2024 को ही पेश करेंगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बजट से ठीक पहले एक ‘हलवा सेरेमनी’ होती है, जिसे एक बार खुद निर्मला ने ही रद्द कर दिया था. आखिर क्या होती है ये ‘हलवा सेरेमनी’ और क्यों इसे निर्मला ने इसे रद्द कर दिया था.
हलवा सेरेमनी’ दशकों से बजट के साथ जुड़ी एक परंपरा है. इस परंपरा में बजट की छपाई से पहले वित्त मंत्रालय में एक बड़ी सी कड़ाही ‘हलवा’ को बजट बनाने वाले अधिकारियों के साथ बांटा जाता है. खुद वित्त मंत्री इस दौरान कड़ाही से हलवा को निकालकर इसे सांकेतिक तौर मनाते हैं.
क्या मायने हैं ‘हलवा सेरेमनी’ के ?
‘हलवा सेरेमनी’ बजट छपाई की आधिकारिक शुरुआत होती है. इसी दिन से वित्त मंत्रालय में ‘परिंदा भी पर ना मार सके’, ऐसी सुरक्षा होती है. इसकी वजह बजट की सीक्रेसी को बनाए रखना होती है. ये बजट बनाने वाले अधिकारियों के ‘लॉक-इन’ पीरियड की भी शुरुआत का दिन होता है.
जी हां, बजट की सुरक्षा और किसी भी तरह की जानकारी के लीकेज को रोकने के लिए वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ-साथ कानून मंत्रालय, सीबीडीटी, सीबीआईसी और पीआईबी के कुछ अधिकारी करीब 10 दिन तक नॉर्थ ब्लॉक में ही ‘क्वेरेंटाइन’ रहते हैं. इस दौरान वो ना तो घर जाते हैं और ना ही अपने सगे-संबंधियों और परिवार से कॉन्टैक्ट करते हैं.
अगर इमरजेंसी में उन्हें परिवार या किसी से बात करनी भी पड़े, तो उनकी कॉल पूरी तरह से ‘इंटेलीजेंस ब्यूरो’ की निगरानी में होती है. ये सभी अधिकारी वित्त मंत्री के बजट पेश करने के बाद ही नॉर्थ ब्लॉक से बाहर आते हैं, जो वित्त मंत्रालय का कार्यालय है. बजट को प्रिंट करने के लिए यहीं पर एक प्रेस भी है.
जब निर्मला ने रद्द की थी ‘हलवा सेरेमनी’
निर्मला सीतारमण के वित्त मंत्री रहते एक वक्त ऐसा भी आया जब बजट के साथ होने वाली ये ‘हलवा सेरेमनी’ रद्द कर दी गई थी. ये 2022 के बजट से पहले हुआ था. देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए वित्त मंत्रालय ने उस साल ‘हलवा सेरेमनी’ ना करके, अधिकारियों के बीच मिठाई बांटी थी.