कांग्रेस के साथ डील से पहले अखिलेश यादव का बड़ा सियासी दांव, अब सपा के 5 नेता सीटों पर लेंगे फैसला
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में सीटों के बंटवारे पर बातचीत शुरू हो गई है. दूसरे राउंड की बातचीत शुक्रवार को दिल्ली में होनी थी, लेकिन कांग्रेस नेताओं की व्यस्तता की वजह से बैठक रद्द कर दी गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का दावा है कि हम आपसी समझदारी से समझौता कर लेंगे. हमारा लक्ष्य एक ही है बीजेपी को सत्ता में आने से रोकना. कांग्रेस 2009 के लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन के आधार पर अपने लिए सीटें मांग रही है. जबकि समाजवादी पार्टी इसके लिए तैयार नहीं है. अखिलेश यादव तो 15 सीटों में ही कांग्रेस और आरएलडी को निपटा लेना चाहते हैं.
समाजवादी पार्टी की तरफ से अब तक रामगोपाल यादव ही कांग्रेस से बात करते रहे हैं. राज्य सभा के सांसद रामगोपाल पार्टी के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव हैं. वे रिश्ते में अखिलेश यादव के चाचा लगते हैं. अखिलेश ने कांग्रेस से सीटों के समझौते पर बातचीत के लिए अब पार्टी के चार और नेताओं को ज़िम्मेदारी दी है. इनमें जावेद अली खान भी राज्य सभा के सांसद हैं. वे इंडिया गठबंधन के कोआर्डिनेशन कमेटी के मेंबर भी हैं.
कमेटी में लाल जी वर्मा भी शामिल
इसके अलावा लाल जी वर्मा को भी इस टीम में रखा गया है. वे कभी मायावती के करीबी नेता हुआ करते थे. वे मायावती की सरकार में मंत्री भी रहे. लालजी वर्मा अंबेडकरनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. इसी टीम में संग्राम सिंह यादव भी शामिल हैं. वे आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी के विधायक चुने गए हैं. वे मुलायम सिंह यादव के करीबी नेता बलराम यादव के बेटे हैं.
कांग्रेस से सीटों के बंटवारे पर बातचीत करने के लिए अखिलेश यादव ने अपने करीबी नेता उदयवीर सिंह को भी लगाया है. उदयवीर भी समाजवादी पार्टी के एमएलसी रह चुके हैं. इस बार सीटों के बंटवारे को लेकर अखिलेश यादव ने एक नया फार्मूला दिया है. वे उम्मीदवार के हिसाब से सीटें तय करना चाहते हैं. अगर किसी के पास चुनाव जीतने लायक उम्मीदवार हैं तो फिर सीटों की अदला बदली भी का जा सकती है.
आज होने वाली बैठक रद्द
शुक्रवार को होने वाली बैठक रद्द होने के पीछे असल क्या वजह रही इसके बारे में अभी तक जानकारी नहीं मिल सकी है. कांग्रेस के मुताबिक, मुकुल वासनिक गुजरात और अविनाश पांडे यूपी के प्रभारी महासचिव हैं. वो दोनों शाम तक कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में व्यस्त हैं. कल दोनों नेता इम्फाल जा रहे हैं. ऐसे में अब संभव है कि सपा और कांग्रेस नेताओं के बीच बैठक 15 जनवरी या फिर उसके आसपास हो सकती है