Ayodhya Ram Mandir: कौन हैं Dr. Anil Mishra जो प्राण प्रतिष्ठा में यजमान के रूप में आ रहे नजर
राम जन्मभूमि पर नवनिर्मित मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के यजमान बनाये गए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय संघ और उससे जुड़े कार्यों में बीता है।
डॉ. अनिल मिश्र का जन्म अंबेडकरनगर जिले के पतौना गांव में वर्ष 1958 में हुआ था। उन्होंने बृजकिशोर होम्योपैथी कॉलेज से बीएचएमएस किया।
संघ से है पुराना नाता
चिकित्सक बनने के साथ ही उनका जुड़ाव राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से हुआ। सुलतानपुर और गोंडा जिलों में होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी के पद पर तैनाती से पूर्व उन्होंने संघ में स्वयंसेवक के रूप में कार्य किया। संघ में सह प्रांत कार्यवाह के बाद अवध के प्रांत कार्यवाह के रूप में उन्होंने अपनी भूमिका का निर्वहन किया।
सरकारी नौकरी के अंतिम दौर में वह उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के रजिस्ट्रार पद का दायित्व भी निभाया। मंदिर आंदोलन से जुड़े रहने और सरकारी नौकरी से वर्ष 2020 में सेवानिवृत्त होने के बाद वह पूर्ण रूप से संघ के कार्यों के लिए समर्पित हो गए।
प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12.20 बजे होगी शुरू
बता दें अयोध्या में अनुष्ठानों का संचालन 121 आचार्य कर रहे हैं और गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ अनुष्ठान की सभी कार्यवाही की देखरेख, समन्वय एवं निर्देशन कर रहे हैं। प्रधान आचार्य काशी के लक्ष्मीकांत दीक्षित हैं। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12.20 बजे शुरू होगी और दोपहर एक बजे तक उसके संपन्न होने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार, मंदिर न्यास की ओर से प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सात हजार से अधिक लोगों को आमंत्रित किया गया है। सूत्रों की माने तो आमंत्रित लोगों में क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली, बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी भी शामिल हैं।