Ayodhya Ram Temple: ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से पहले तमिलनाडु के ऐतिहासिक दौरे पर पीएम मोदी, राम सेतु के उद्गम स्थल का करेंगे दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को सुबह 9:30 बजे अरिचल मुनाई पॉइंट का दौरा करेंगे। यह वह बिंदु है जहां से राम सेतु का निर्माण किया गया था।
यह यात्रा अयोध्या में राम मंदिर के भव्य ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से एक दिन पहले हो रही है। राम सेतु (राम का पुल) चूना पत्थर की चट्टानों की 48 किलोमीटर लंबी श्रृंखला है, जो तमिलनाडु के दक्षिण पूर्वी तट पर स्थित रामेश्वरम को मन्नार द्वीप से जोड़ती है। हिंदू पौराणिक कथाओं और रामायण के संदर्भों के अनुसार, भगवान राम की सेना ने इस पुल का निर्माण तब किया था जब वह अपनी पत्नी देवी सीता को रावण की कैद से छुड़ाने के लिए लंका की ओर बढ़ रहे थे।सुबह 10:15 बजे प्रधानमंत्री श्री कोठंडारामा स्वामी मंदिर में पूजा और दर्शन करेंगे।
भगवान राम की सेना ने इस पुल का निर्माण
कोठंडारामा नाम का अर्थ धनुषधारी राम है। यह तमिलनाडु के धनुषकोडी में स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि यहीं पर रावण के भाई विभीषण की पहली बार भगवान राम से मुलाकात हुई थी और उन्होंने उनसे शरण मांगी थी। कुछ किंवदंतियाँ यह भी कहती हैं कि यही वह स्थान है जहाँ श्री राम ने विभीषण का राज्याभिषेक किया था।
इससे पहले शनिवार को पीएम मोदी ने तमिलनाडु के श्री रंगनाथस्वामी और रामनाथस्वामी मंदिरों में प्रार्थना की और रामेश्वरम ‘अंगी तीर्थ’ समुद्र तट पर पवित्र स्नान किया।