क्या है मिरर हैंड सिंड्रोम? डॉक्टर से जानें इसके लक्षण और उपचार
आज के समय में कई ऐसी ऐसी बीमारियां , जिनके बारे में अधिकतर लोगों नहीं पता होता है. ये बीमारियां कई बार गंभीर भी हो सकती हैं. इन्हीं में से एक है मिरर हैंड सिंड्रोम. शायद आपने इसके बारे में पहले कभी न सुना हो, लेकिन ये गंभीर समस्या हो सकती है.
मिरर हैंड सिंड्रोम (Mirror Hand Syndrome) की बीमारी में मरीज की उंगलियां दोनों तरफ से एक जैसी हो जाती हैं. इसके साथ ही ये उंगलियों की बनावट को भी प्रभावित करता है. आइए इसके बारे में डॉ. विपुल गुप्ता, प्रमुख , न्यूरोइंटरवेंशनल सर्जरी और सह-प्रमुख , स्ट्रोक यूनिट, आर्टेमिस अस्पताल, गुरुग्राम से जानते हैं.
क्या है मिरर हैंड सिंड्रोम?
डॉ. विपुल गुप्ता ने बताया कि मिरर हैंड सिंड्रोम एक बहुत ही दुर्लभ बीमारी है जिसके बारे में बहुत से लोग नहीं जानते हैं. यह एक व्यक्ति के हाथों को प्रभावित करता है, जिससे उनकी उंगलियां दोनों तरफ समान दिखती हैं. मिरर हैंड सिंड्रोम में रोगी की उंगलियां दोनों प्रायः एक समान रूप से प्रभावित हो जाती हैं. इसके साथ ही उंगलियों का ढांचा भी असामान्य हो जाता है. मिरर हैंड सिंड्रोम एक दुर्लभ और जन्मजात रोग है. इसमें अंगूठा हथेली से गायब होता है और पीड़ित को 7 या 8 उंगलियां हो सकती हैं. मिरर हैंड सिंड्रोम को उलनार डिमेलिया या मिरर हैंड भी कहा जाता है. इस बीमारी वाले 100 से कम लोग दुनिया भर में पाए गए हैं.