महिलाओं में थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (TSH) कम होने दिखते हैं ये 7 लक्षण, दिखते ही जाएं डॉक्टर के पास
थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (TSH), जिसे थायरोट्रोपिन भी कहा जाता है, एक बहुत ही महत्वपूर्ण हार्मोन है, जो पिट्यूटरी ग्लैंड से रिलीज होता है।
यह हार्मोन थायराइड ग्रंथि को थायरोक्सिन (टी 4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी 3) नामक हार्मोन का उत्पादन और रिलीज करने के लिए ट्रिगर करती है। ये दोनों ही हार्मोन शरीर के मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। मेटाबॉलिज्म वह गति होती है, जिस पर हमारा शरीर खाए गए भोजन को ऊर्जा में बदलता है और एनर्जी के लिए प्रयोग करता है। टी3 और टी4 हार्मोन शरीर के कई कार्यों में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं, जैसे हृदय और डाइजेस्टिव फंक्शन, मांसपेशियों के कार्य, मानसिक स्वास्थ्य और हड्डिों का रख-रखाव आदि। यह शरीर में अन्य हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखने में भी भूमिका निभाते हैं।
लेकिन अगर महिलाओं के शरीर में थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (TSH) का स्तर सामान्य से कम हो जाता है, तो इससे शरीर में हार्मोन्स का संतुलन और मेटाबॉलिज्म बिगड़ सकता है, जो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसके कारण महिलाओं में थायराइड रोग भी हो सकता है।
अक्सर महिलाएं ये सवाल पूछती हैं कि शरीर में थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन का स्तर अगर कम हो जाता है, तो इसके बारे में कैसे जान सकते हैं? आपको बता दें कि शरीर में टीएसएच हार्मोन का स्तर कम होने पर इसके कई संकेत और लक्षण शरीर में दिखाई देते हैं। अगर इन लक्षणों को समय रहते पहचान लिया जाता है, तो किसी भी तरह की गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है। आप डॉक्टर से सलाह लेकर उपचार ले सकते हैं और टीएसएच हार्मोन का स्तर फिर से सामान्य कर सकते हैं।