पेड़ों से टूटकर आपके कप तक कैसे पहुंचती है कॉफी? जानें उगाने से बीन्स तैयार करने तक का तरीका
चाय के शौकीनों की तरह कॉफी के दीवानों की भी कोई कमी नहीं है. लाटे, एस्प्रेसो, कैपुचिनो, अमेरिकानों, फ्लैट वाइट, मोका जैसे कई तरह के कॉफी के स्वाद लोगों के बीच पॉपुलर हैं. ऑफिस के काम के बीच थकान उतारनी हो या फिर सुबह को फ्रेश फील करना हो, लोग कॉफी पीना पसंद करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि पेड़ों की डालियों से टूटकर किस तरह से कॉफी आपके कप तक पहुंचती है यानी क्या होता है इसे उगाने से लेकर बीन्स को कॉफी के रूप में तैयार करने का तरीका.
कॉफी वैसे तो दुनियाभर में मशहूर है, लेकिन भारत में भी इसे बहुतायत में पिया जाता है और यहां पर भी कई जगहों पर इसकी खेती की जाती है. हालांकि जब कॉफी उगाई जाती है तो वह देखने में बिल्कुल अलग होती है और छोटी चैरी जैसी दिखाई देती है. जिसे एक पूरे प्रोसेस के बाद पीने के लिए तैयार किया जाता है. चलिए जानते हैं डिटेल में.
भारत में कहां उगाई जाती है कॉफी?
भारत में कॉफी के उत्पादन की बात करें तो भारत के दक्षिणी पहाड़ी राज्यों जैसे केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक आदि में कॉफी की पैदावार खूब होती है. जानकारी के मुताबिक, कॉफी उत्पादन में भारत का नाम छह प्रमुख देशों की लिस्ट में शामिल है. वहीं भारत में सबसे प्रमुख किस्मों में केंट कॉफी और अरेबिका कॉफी शामिल हैं जिसकी गुणवत्ता काफी अच्छी मानी जाती है.