विपक्ष बिना चलेगी संसद? 141 सांसद किए सस्पेंड, अब कितनी बची है ताकत?
92 सासंदों के निलंबन के बाद मंगलवार को लोकसभा से 49 और विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया. इस तरह लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित विपक्षी सांसदों की संख्या 141 हो गई है. सांसदों के इस निलंबन के बाद संसद में विपक्ष की ताकत पूरी तरह से कमजोर हो गई है. अगर आंकड़ों में समझने की कोशिश करें तो लोकसभा में कुल सदस्यों की संख्या 543 है. इसमें 21 सीटें फिलहाल खाली हैं. बाकी बची 522 सीटों में से 323 सदस्य बीजेपी और उसके गठबंधन पार्टियों के हैं जबकि 142 सदस्य विपक्षी दलों के हैं.
इन 141 निलंबित सासंदों में से 95 सांसद लोकसभा से सस्पेंड किए गए हैं. इस निलंबन के बाद लोकसभा में विपक्षी सांसदों की संख्या केवल 47 रह गई है. बता दें कि 95 निलंबित सांसदों में से 13 सांसदों को पिछले हफ्ते सस्पेंड किया गया था. 33 सांसदों का निलंबन सोमवार को किया गया. वहीं, 49 सांसद मंगलवार को लोकसभा से निलंबित किए गए. ये तो हो गई लोकसभा की बात.
वहीं अगर राज्यसभा की बात करें तो ऊपरी सदन में 245 (233 चुने हुए+12 नामित) सदस्य होते हैं. यहां भी कुछ सीटें खाली हैं. फिलहाल राज्यसभा में सदस्यों की संख्या 238 है. इनमें 93 सदस्य बीजेपी के हैं. बाकी बचे 145 सदस्य अलग अलग दलों के हैं. राज्यसभा से 46 सांसदों को निलंबित किया गया है. इसके बाद राज्यसभा में विपक्षी सांसदों की संख्या 100 से कम हो गई है. ऐसे में संसद के दोनों सदनों में विपक्षी ताकत कमजोर हुई है.
अमित शाह ने लोकसभा में पेश किए तीन नए बिल
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में तीन नए बिल पेश किए. ये बिल IPC-CRPC की जगह लेंगे. मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में सांसदों के निलंबन और संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस ने भाजपा पर देश में लोकतंत्र को ध्वस्त करने का आरोप लगाया.
खरगे ने विपक्ष पर बोला हमला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि आपराधिक कानून संशोधन जैसे प्रमुख विधेयक जो कठोर शक्तियों को उजागर करते हैं और नागरिकों के अधिकारों में बाधा डालते हैं, वो सभी लिस्टेड हैं. मोदी सरकार नहीं चाहती कि भारत के लोग विपक्ष की बात सुनें, जबकि इन विधेयकों पर बहस और विचार-विमर्श किया जा रहा है.